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जमशेदपुर, 27 दिसम्बर (रिपोर्टर): कोरोना की दूसरी लहर में शिकार हुए डा. नागेन्द्र सिंह उसे मात देकर एक बार फिर मरीजों की सेवा में उसी मनोयोग से जुट गये हैं जिसके लिये वे जाने जाते हैं।
गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल में दो गरीब मरीजों की नि:शुल्क सर्जरी की गई. कोरोना को मात देकर डा. नागेन्द्र सिंह अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने दो गरीब मरीजों की सर्जरी कर फिर से मरीजों की सेवा करना शुरू कर दिया है. इन मरीजों में डुमरिया की मोनावती धीर व दूसरी घाटशिला की गोकुला नामता शामिल हैं, उनकी सर्जरी पर खर्च करीब एक-एक लाख रुपये बताया जा रहा है. मरीज अपना इलाज कराने में पूरी तरह से असमर्थ थे. मोनावती धीर करीब चार वर्षों से परेशान थी. इलाज के अभाव में उसकी पेशाब नली बच्चेदानी से सट गया, जिससे ऑपरेशन करना जटिल हो गया था. उन्होंने कहा कि मोनावती को बच्चेदानी के नली में ट्यूमर था. इस दौरान इलाज नहीं होने से उसे बार-बार इंफेक्शन हो जा रहा था. इस वजह से वे परेशान भी रहती थी और पेशाब की नली बच्चेदानी से सट गया. घाटशिला की गोकुला नामता के भी बच्चेदानी में ट्यूमर था लेकिन इलाज नहीं होने की वजह से वह आंत से सट गया था जिसके इलाज पर भी करीब एक लाख रुपये खर्च था. इलाज के अभाव मेंं वह अपनी पीड़ा से परेशान थी. तभी गांव के एक व्यक्ति ने उसे डॉ. नागेंद्र सिंह के पास लाया. मरीज गोकुला नामता के पति का निधन आठ साल पूर्व हो गई है. उन्होंने मरीज के इलाज के सर्जरी करने का निर्णय लिया.