आजसू पार्टी के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत का निधन

ranchi 17 dec

आजसू पार्टी के पूर्व विधायक झारखंड आंदोलनकारी कमल किशोर भगत का 55 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. कमल किशोर भगत के निधन के साथ ही उनकी पत्नी नीरू शांति भगत की तबीयत भी बिगड़ गयी. जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया. कमल किशोर भगत जमीन से जुड़े नेता थे. उनके दादा स्वर्गीय लालू टाना भगत स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी नेता थे. कमल किशोर भगत के पिता लखन टाना भगत थे.
कमल किशोर भगत के निधन पर आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने भी शोक व्यक्त करते हुए लिखा, अभी तो संघर्ष का सफर बाकी था “बबलू दा”, इसके बाद उन्होंने लिखा.
झारखंड आंदोलनकारी, पूर्व विधायक, हमेशा बड़े भाई की भूमिका अदा करने वाले कमल किशोर भगत के असामयिक निधन ने मन को झकझोर कर रख दिया है. आजसू पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति.ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे और परिजनों, कार्यकर्ताओं,समर्थकों को दुःख सहने की ताकत. आपके संघर्ष, जज़्बात सदैव हमारे लिए प्रेरणा स्रोत बनकर रहेंगे.
कमल किशोर भगत लोहरदगा विधानसभा से वर्ष 2009 में विधायक बने थे. उसके बाद वर्ष 2014 में फिर लोहरदगा विधानसभा से विजयी हुए थे, लेकिन डॉ केके सिन्हा से जुड़े मामले में उन्हें अदालत से सजा सुनाई थी. इसके कारण उनकी सदस्यता रद्द हो गई थी. कमल किशोर भगत ने जून 2015 में नीरू शांति भगत से शादी करने के बाद न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था. इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था. जेल से रिहा होने के बाद कमल किशोर भगत फिर से सियासत में सक्रिय हो गए थे. वे आम लोगों से जुड़कर रहने वाले नेता थे और लोगों के हर सुख दुख में साथ रहते थे.
आजसू पार्टी में रहते हुए उनका संपर्क अन्य दलों के नेताओं के साथ भी मधुर था. आजसू पार्टी को पूरे झारखंड में एक बेहतर पहचान देने में कमल किशोर भगत की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी. कमल किशोर भगत आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व भी संभाल रहे थे.

Share this News...