नई दिल्ली
पूरी दुनिया में वैज्ञानिकों की कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन पर नजर है। वैज्ञानिक एक-एक केस के बारे में अध्ययन कर रहे हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक अनुभव बहुत डराने वाले नहीं हैं। लोगों को मामूली लक्षण ही देखने को मिले हैं। दक्षिण अफ्रीका में इस वेरिएंट का सबसे पहले पता चला था। वहां भी डॉक्टरों का अब तक अनुभव यही रहा है। देश में भी इस वेरिएंट से संक्रमित ज्यादातर लोगों में मामूली ही लक्षण मिले हैं।
दक्षिण अफ्रीका के गुआतेंग प्रांत में मेडिकल प्रैक्टिस करने वाले डॉ यू पिल्लै के पास इन दिनों रोजाना दर्जनों मामले आ रहा है। इस प्रांत में ओमीक्रोन वेरिएंट छाया हुआ है। दिसंबर के पहले हफ्ते में नए मामलों में 400 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। टेस्टिंग से पता चलता है कि इनमें से 90 फीसदी मामलों में इंफेक्शन का कारण ओमीक्रोन है।
हालांकि, पिल्लै ने एक बड़ी राहत की बात कही है। उन्होंने कहा है कि बेशक रोजाना मामले बढ़े हैं, लेकिन उन्हें अब तक किसी को अस्पताल भेजने की जरूरत नहीं पड़ी है। मरीज घरों में ही अपने आप ठीक हो रहे हैं। भारत की बात करें तो यहां पर भी ओमीक्रोन वेरिएंट से किसी की मौत की खबर नहीं आई है। आइए, जानते हैं कि एक्सपर्ट्स खासतौर से अफ्रीकी जानकार अपने अभी तब के अनुभवों के बारे में क्या बता रहे हैं। यहीं ओमीक्रोन वेरिएंट ने सबसे ज्यादा पैर फैला रखे हैं।