Sindri : 205 बेड अस्पताल भवन पड़ा बेकार, MP ने लिखी मंत्री को चिट्ठी

Sindri,11 Dec: सिंदरी खाद कारखाना ( FCI) के VSS कर्मचारियों के संगठन ‘सिंदरी फैमिली’ ने आज पुन: सांसद पशुपतिनाथ सिंह से मुलाकात कर एफसीआई अस्पताल को चालू कराने की मांग की. पिछले दिनों संसद में वीएसएस कर्मचारियों को ईपीएफ मद में मात्र हजार रुपये पेंशन की अनुपयुक्तता एवं इसे बढ़ाने के मुद्दे को उठाकर सरकार के समक्ष लाने को सांसद श्री सिंह के सहयोग के लिये उन्हें सिंदरी फैमिली ने धन्यवाद दिया. सांसद ने कर्मचारियों की मांग पर तत्काल उर्वरक एवं रसायन मंत्री डॉ मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर इस अस्पताल को चालू करने का अनुरोध किया. सांसद ने मंत्री को लिखा कि यह अस्पताल सन 2003 से बंद पड़ा है, जबकि यहां 205 बेड एवं ओपीडी तथा अन्य सुविधाओं वाला पर्याप्त बड़ा अस्पताल भवन बेकार पड़ा हुआ है.सिंदरी खाद कारखाना जब बंद किया गया तबसे इस अस्पताल को भी बंद कर दिया गया। लेकिन अब हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड ने यहाँ गैस आधारित खाद कारखाना लगाना शुरू कर दिया है तब वह इसे चालू करने पर क्यों विचार नहीं कर रहा ? ऐसे कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में तत्काल उन्हें आयुष्मान योजना से जोड़ने का भी संसद में सुझाव दिया है। उल्लेखनीय है कोविडकाल में इस अस्पताल को चलाने के लिये धनबाद के तत्कालीन उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने सरकार को पत्र लिखकर एनओसी देने का अनुरोध किया था. ताकि इसे कोविड वार्ड के रुप में संचालित किया जा सके. उपायुक्त ने बाद में लोगों की जरुरतों के मद्देनजर इस अस्पताल को चालू करने के लिये कुछ सुझाव भी भेजे थे. सांसद ने भी मंत्री को पत्र लिखा. इस अस्पताल से सिंदरी शहर के अलावा आसपास बलियापुर से लेकर झरिया चंदनकियारी तक की एक बड़ी आबादी को स्वास्थ्य की सुविधा मिल सकती है. सांसद ने मंत्री को सुझाव दिया कि इसे राज्य सरकार या अन्य किसी निजी संस्थान को देकर चालू किया जा सकता है. ज्ञात हुआ है कि कतिपय निजी अस्पताल प्रबंधन ने इसको चालू करने में दिलचस्पी दिखाई है लेकिन मंत्रालय / हर्ल ने ऐसी शर्तें लगाई कि उन्हें पीछे हटना पड़ा रहा है। सिंदरी फैमिली के अनुसार मंत्रालय ने आसान शर्तों पर यहां एक निजी अस्पताल को जमीन दी हुई है। कुछ विद्यालयों को भी आसान शर्तों पर जगह दी गयी है, फिर स्वास्थ्य के लिए जनोपयोगी अस्पताल को चालू करने में क्यों ध्यान नही दिया जा रहा। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए इसकी जरुरत और ज्यादा बढ़ गई है. वैसे भी सिंदरी खाद कारखाने के अवकाशप्राप्त कर्मचारियों के अलावा वर्तमान हर्ल द्वारा स्थापित किये जा रहे नये प्लांट में लगे कर्मियों और सिंदरी एसीसी सीमेंटकर्मियों के स्वास्थ्य के लिये भी इस अस्पताल का चालू होना आवश्यक है. यहां झारखंड का सबसे पुराना इंजीनियरिंग कॉलेज बीआईटी सिंदरी भी है, जहां सैकड़ों छात्र रहते हैं. इतनी बड़ी आबादी के बीच यहां अस्पताल की सुविधा नहीं होना और एक अच्छा खासा अस्पताल का बंद रहना प्रधानमंत्री के सबको स्वास्थ्य देने के मकसद और उद्देश्यों पर पानी फेर रहा है.
सांसद पीएन सिंह रिकॉर्ड मतों से जीतनेवाले सांसद और झारखंड में 1995 से लगातार चुनाव जीतनेवाले वरिष्ठ जन प्रतिनिधि हैं. जनता को उनसे बहुत अपेक्षाएं और भरोसा होता है. सिंदरी फैमिली उनसे लगातार मिलकर सिंदरी के लोगों का उद्धार करने की मांग करता रहता है. आज मिलनेवाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डी एन सिंह ने किया।

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