नई दिल्ली: हेलिकॉप्टर क्रैश में CDS जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की कयासबाजी की जा रही हैं. अब इसको लेकर भारतीय वायु सेना ने हेलिकॉप्टर हादसे पर ‘बेबुनियाद’ अटकलें न लगाने को कहा है. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बल के अन्य 11 कर्मियों की मौत हो गई थी.
जांच कमेटी का किया गया गठन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में कहा कि तीनों सेनाओं के एक दल द्वारा दुर्घटना की जांच का आदेश दिया गया है और इसका नेतृत्व भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ मार्शल मानवेंद्र सिंह कर रहे हैं. भारतीय वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा कि जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्यों को सामने लाया जाएगा.
IAF ने की गुजारिश
आपको बता दें कि IAF ने 8 दिसंबर 2021 को हुए हेलिकॉप्टर हादसे के कारणों की जांच के लिए तीनों सेनाओं की टीम वाली कोर्ट ऑफ इनक्वायरी गठित की है. आईएएफ ने कहा, ‘जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे. तब तक, मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए, बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है.’
सोशल मीडिया पर कयासबाजी जारी
गौरतलब है कि दुर्घटना के कारणों के बारे में एक खास वर्ग द्वारा अटकलें लगाए जाने के बीच भारतीय वायुसेना की यह टिप्पणी आई. इन अटकलों में यह संदेह भी जाहिर किया जा रहा था कि क्या यह जानबूझकर की गई तोड़फोड़ का परिणाम था.