Chandil,3 Dec: हुमिद स्थित बिहार आयरन स्पंज लिमिटेड BSIL कंपनी अगस्त 2013 से बंद पड़ी थी जिसके कारण हजारों मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आसपास के हजारों लोगों को रोजगार मिला लेकिन कंपनी बंद होने के बाद कई घरों में चूल्हे जलने भी बंद हो गए, लोग पलायन को मजबूर हुए, दिहाड़ी मजदूरी विकल्प बन गया है। लेकिन अब फिर से बीएसआईएल कंपनी चालू होने जा रही हैं। कंपनी का संचालन वनराज स्टील (आधुनिक पावर कंपनी की इकाई) द्वारा किया जा रहा है। वनराज स्टील द्वारा प्लांट के कल पुर्जों को दुरुस्त किया जा रहा है और लोगों को रोजगार मुहैया कराना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों को रोजगार देने की मांग को लेकर कई दिनों तक ग्रामीणों व कंपनी के बीच विवाद चला। अंतत स्थानीय विधायक, अनुमंडल पदाधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ताओं के हस्तक्षेप से विवाद को सुलझाया गया है लेकिन अब कंपनी में ठेकेदारी चलाने को लेकर भी दो गुटों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई हैं। दो गुटों में तनाव की चर्चा चारों ओर है। इन गुटों में तनाव की बात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंच चुकी हैं। कंपनी के रैयतदारों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों गुट कंपनी में ठेका मांग रहे हैं लेकिन कंपनी की ओर से ठेकेदारों को विशेष तवज्जो नहीं मिल रही हैं। ठेकेदार गुटों में भी बड़े बड़े पैरवी करने वालों के नाम सामने आ रहे हैं।
रैयती जमीन पर सड़क निर्माण करने का आरोप, कंपनी ने कहा झूठी शिकायत की गई हैं :
चांडिल थाने में दो अलग अलग शिकायत दर्ज की गयी है। रैयतदारों ने वनराज स्टील के प्रबंधन के खिलाफ रैयती जमीन पर सड़क निर्माण करने का आरोप लगाया है। गत गुरुवार को चांडिल थाना के गुड़ाडीह निवासी फुदुन देवी व कृष्ण सिंह सरदार ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है जिसमे आरोप लगाया गया है कि कंपनी द्वारा रैयती जमीन पर पोकलेन मशीन का उपयोग कर जबरन रास्ता निर्माण किया जा रहा था, विरोध जताने पर अभद्र भाषा का उपयोग कर गाली गलौज, जान से मारने की धमकी व जाति सूचक गाली दी। शिकायत में वनराज स्टील कंपनी प्रबंधन के डीएन त्रिपाठी, रवींद्र अग्रवाल आदि पर आरोप लगाया है। वनराज स्टील प्रबंधन के प्रतिनिधि ने भी चांडिल थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है जिसमे कहा गया है कि कंपनी रेलवे साइडिंग के बगल में स्थित सड़क का मरम्मत कार्य चल रहा था जहां 20 – 25 लोग हथियार से लैस होकर आए और काम बंद करके पोकलेन चालक के साथ बुरी तरह मारपीट की। बताया गया है कि घटना के दौरान कोई अधिकारी मौजूद नहीं था लेकिन ग्रामीणों ने अपने बचाव के लिए झूठा एसटी/एससी का मामला दर्ज कराया है। कंपनी प्रबंधन ने पुलिस को बताया है कि रविन्द्र अग्रवाल आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्सेज कांड्रा के वरीय पदाधिकारी हैं और डीएन त्रिपाठी वनराज स्टील में वरीय एचआर अधिकारी हैं, इन दोनों का सिविल कार्यों से कोई लेना देना नहीं है। घटना के समय ये दोनों सरायकेला श्रम विभाग कार्यालय में गए हुए थे।
ठेका के लिए कंपनी पर बना रहे दबाव, ठेका नहीं मिलने से ग्रामीणों को भड़का रहे हैं :
चांडिल पुलिस को कंपनी की ओर से दी गई लिखित शिकायत में बताया गया है कि कंपनी चालू होने वाली है लेकिन चंद स्थानीय लोग कंपनी पर ठेका देने के लिए दबाव बना रहे हैं। ठेका नहीं मिलने पर उन्हीं चंद लोगों द्वारा जमींदाताओं और ग्रामीणों को भड़काकर हंगामा करवा जा रहा हैं। कंपनी ने बताया है कि इस बात की सूचना प्रशासन को पूर्व में भी दी गयी हैं।