भाजपा को प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से मिला 209 करोड़ का चंदा, कांग्रेस के पास आए महज 2 करोड़

नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चंदे के मामले में हमेशा आगे रहती है। जहां भाजपा को 2019-20 प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 217.5 करोड़ रुपए मिले। वहीं 2020-2021 में 209 करोड़ रुपए मिले हैं। जो ट्रस्ट की कुल फंडिंग का 85 फीसदी है। दरअसल, इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 2020-2021 में राजनीतिक दलों को 245.7 करोड़ रुपए दिए थे। जिसमें से भाजपा को 209 करोड़ रुपए दिए गए और बाकी की शेष राशि को कांग्रेस सहित अन्य दलों में बांट दिया गया।
इस मामले में जनता दल (यूनाइटेड) को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इलेक्टोरल ट्रस्ट जनता दल (यूनाइटेड) को 25 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट में फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमिटेड, भारती एयरटेल, भारती इंफ्राटेल और फिलिप्स कार्बन ब्लैक ने योगदान दिया है।
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को भी 5 करोड़ रुपए दान में दिए हैं। जबकि राजद और कांग्रेस को 2-2 करोड़ रुपए, आम आदमी पार्टी को 1.7 करोड़ रुपए और लोक जनशक्ति पार्टी को 1 करोड़ रुपए मिला है। प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज से 100 करोड़ रुपए, हल्दिया एनर्जी इंडिया लिमिटेड से 25 करोड़ रुपए, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड से 22 करोड़ रुपए, भारती एयरटेल से 15 करोड़ रुपए, भारती इंफ्राटेल से 10 करोड़ रुपए और फिलिप्स कार्बन ब्लैक और टोरेंट समूह से 20-20 करोड़ रुपए जुटाए।

भाजपा को मिले थे 217.5 करोड़

साल 2019-20 में प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 271.5 करोड़ में से भाजपा को 217.5 करोड़ रुपए, कांग्रेस को 31 करोड़ रुपए, आम आदमी पार्टी को 11.26 करोड़ रुपए, शिवसेना को 5 करोड़ रुपए, समाजवादी पार्टी और जननायक पार्टी को 2 करोड़ रुपए, लोजपा और समाजवादी पार्टी को दो-दो करोड़ रुपए और इनेलो ने एक करोड़ रुपए मिले।
जयभारत इलेक्टोरल ट्रस्ट द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई 2020-21 की रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा, अन्नाद्रमुक और द्रमुक को 2-2 करोड़ रुपए का योगदान दिया। आइंजिगर्टिग इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 5 लाख रुपए का योगदान दिया, जो पूरा का पूरा भाजपा को गया है। हालांकि अन्य चुनावी ट्रस्टों की 2020-21 की योगदान रिपोर्ट जैसे एबी जनरल इलेक्टोरल ट्रस्ट, ट्रायम्फ इलेक्टोरल ट्रस्ट, न्यू डेमोक्रेटिक इलेक्टोरल ट्रस्ट और जनता निर्वाचक इलेक्टोरल ट्रस्ट को भी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। लेकिन इन सभी ने शून्य योगदान की घोषणा की है।

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