वर्ग 3 से 5 तक बच्चों को स्कूल भेजने व पेट्रोल की कीमत कम करने पर क्या कुछ कहा झारखंड के वित्त मंत्री ने जानिये

जमशेदपुर, 16 नवंबर : पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राज्य सरकार द्वारा कम किये जाने की मांग के बीच राज्य के वित्त व खाद्य आपूर्ति मंत्री डा. रामेश्वर उरांव ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के मूल्य जिसने बढ़ाया था, वही घटाया है. राज्य सरकार ने न तो इसमें बढ़ोत्तरी की है और न ही आगामी दिनों इसमें कमी करने जा रही है. वे आज शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आये थे तथा पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. डा. उरांव ने केन्द्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा की गई बढ़ोत्तरी भी नाकाफी है, उन्हें और कम करना चाहिये, ताकि लोगों को राहत मिल सके.
डा. उरांव ने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती (रघुवर दास) की सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल-डीजल पर वैट 22 प्रतिशत था और अब भी वही शुल्क देय है. वहीं 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आने के पूर्व यूपीए की सरकार में एक्साइज ड्यूटी मात्र 14 प्रतिशत थी, जिसे एनडीए (मोदी) सरकार ने बढ़ाकर 32 प्रतिशत तक ले गये थे. वर्तमान में भी लगभग 29.5 प्रतिशत है. इसलिये केन्द्र ने पेट्रोल में 5 रुपया तथा डीजल में 10 रुपये की राहत देकर कोई बड़ा काम नहीं किया है. राज्य सरकार जो टैक्स वसूल रही है, उससे राज्य की गरीब जनता के लिये विभिन्न योजना के मद में खर्च कर रही है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के वैसे लोगों के लिये ‘यूनिवर्सल पेंशन योजना’ शुरु करने जा रही है, जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है. कई ऐसे उदाहरण है, जिसमें बच्चे अपने माता-पिता को छोड़ दिये हैं, सरकार उन्हें अपनाएगी और प्रतिमाह 1000 रुपये के हिसाब से पेंशन देगी. वैसे लाभुकों की संख्या पहले 14 लाख थी, अब और 13 लाख जोडक़र कुल 27 लाख किया गया है. यही नहीं तीन तरह के राशन कार्डधारियों को नि:शुल्क अनाज के साथ-साथ साड़ी तथा धोती या लुंगी प्रदान किया जा रहा है. वैसे लाभुकों की संख्या 62 लाख कार्डधारी है.

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