नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रवि शास्त्री आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 में टीम इंडिया के प्रदर्शन से निराश हैं। शास्त्री का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद खत्म हो रहा है। टीम इंडिया उनके कार्यकाल में आईसीसी का कोई टूर्नामेंट नहीं जीत सकी।
नामीबिया (IND vs NAM T20) के खिलाफ आखिरी ग्रुप मुकाबले से पहले शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा कि टीम इंडिया के साथ उनका कार्यकाल शानदार रहा। उन्होंने साथ ही कहा कि बायो बबल (bio-bubble) में रहकर खिलाड़ी मानसिक रूप से प्रभावित हुए हैं।
बकौल शास्त्री, ‘ टीम इंडिया के साथ कोचिंग का कार्यकाल शानदार रहा। जब मैंने अपना कार्यकाल शुरू किया था तब मैंने बदलाव के बारे में सोचा था कि बदलाव लाना है और शायद वह आ चुका है। जिंदगी में कभी कभी यह मायने नहीं रखता कि आपने क्या हासिल किया है, ये भी जरूरी है कि आप कहां से आए हो। पिछले 5 साल में टीम इंडिया ने जो हासिल किया वह शानदार है। बायो बबल में 6 महीने तक रहना आसान काम नहीं है। कोरोना को लेकर आईसीसी (ICC) और सभी क्रिकेट बोर्ड को सोचना होगा। खिलाड़ी मानसिक तौर पर प्रभावित हुए हैं। इसके लिए यदि कोई कदम नहीं उठाया गया तो खिलाड़ी खुद खेलने से मना कर सकते हैं। मैं टीम के प्रदर्शन से निराश हूं।’
5 साल तक टीम इंडिया के कोच रहे शास्त्री
शास्त्री बतौर कोच लगभग 5 साल तक टीम इंडिया के साथ रहे। आईसीसी टूर्नामेंट को छोड़ दें तो उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में 70 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही थी। शास्त्री ने कहा, ‘ सबसे पहले मेरे दिमाग में आराम की बात आती है। मैं मानसिक रूप से थका हुआ हूं लेकिन मेरी उम्र में मैं ऐसा होने की उम्मीद करता हूं। लेकिन ये खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए हैं। छह महीने से जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा हैं। आदर्श स्थिति में हम इंडियन प्रीमियर लीग और टी20 विश्व कप के बीच में लंबा ब्रेक चाहते क्योंकि बड़े मैचों के साथ आप पर दबाव आता है तो आप उस तरह प्रदर्शन नहीं पाते जैसा आप करना चाहते हैं। यह वही टीम है जिसने पिछले 5 साल में (ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, श्रीलंका , न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका ) विश्व में सभी जगह जाकर जीत हासिल की है।’
टीम इंडिया को नए चोकर्स का तमगा मिला
2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान से हार, 2019 विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार और फिर टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड से हार। ये कुछ ऐसे मौके हैं, जहां टीम इंडिया बड़े मौकों पर चूकी। टीम इंडिया को नए चोकर्स का तमगा मिला। नतीजे न दे पाना कोच शास्त्री और कप्तान कोहली के खिलाफ गया।
ऑस्ट्रेलिया में 70 साल बाद टेस्ट सीरीज जीत को बताया बड़ी उपलब्धि
यह पूछने पर कि आपकी कोचिंग की बड़ी उपलब्धियां क्या रही, इस पर शास्त्री ने कहा, ‘ ऑस्ट्रेलिया में 2 बार टेस्ट सीरीज जीतना और इंग्लैंड के खिलाफ उनकी घर में जाकर दबाव बनाना शानदार रहा। 70 साल में कोई भी टीम ऑस्ट्रेलिया में ऐसा नहीं कर सकी थी।’
शास्त्री के बाद अब टीम इंडिया का नया कोच राहुल द्रविड़ होंगे। द्रविड़ का कोचिंग कार्यकाल न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से शुरू होगा। उधर, टी20 में कोहली के बाद रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने की उम्मीद है।
द्रविड़ के बारे में शास्त्री ने ने कही ये बात
शास्त्री का मानना है कि राहुल द्रविड़ के लिए सबसे अच्छी बात यह होगी कि उनके पास एक विश्व स्तरीय टीम होगी जो बदलाव के दौर से गुजरने से कम से कम चार साल दूर है। द्रविड़ के कार्यकाल की शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर टी20 और टेस्ट श्रृंखला के साथ होगी।
शास्त्री ने कहा, ‘बेशक राहुल द्रविड़ के रूप में हमारे पास ऐसा व्यक्ति है जिसे विरासम में शानदार टीम मिलेगी और अपने स्तर और अनुभव के साथ वह आने वाले समय में स्तर को और बेहतर ही करेगा। यहां काफी खिलाड़ी हैं जो तीन से चार साल और खेलेंगे जो काफी महत्वपूर्ण है। यह टीम बदलाव के दौर से नहीं गुजर रही और रातों रात नहीं बदलने वाली।’
रवि शास्त्री