मुंबई ड्रग्स केस में बीजेपी के नेता मोहित कंबोज ने महाराष्ट्र सरकार और एनसीपी नेता नवाब मलिक पर बेहद ही सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार के कई मंत्री शाहरुख खान से वसूली के फिराक में थे। कई मंत्री शाहरुख के बेटे की गिरफ्तारी के बाद लॉबिंग में लगे थे। बीजेपी नेता की तरफ से कहा गया कि जांच एजेंसी उन मंत्रियों के नाम का खुलासा करे और बताए कि क्या मंत्री ब्लैकमेलिंग का रैकेट चला रहे थे।
महाराष्ट्र में चल रहा ब्लैकमेलिंग का रैकेट
बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने प्रेस कॉनफ्रेंस करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में अधिकारियों की बदली का गृह विभाग के साथ 1999 से लेकर 2014 तक सनील पाटिल और उसका गैंग पूरे महाराष्ट्र में सक्रिय था। 2014 के बाद जब सरकार बदली तो सुनील पाटिल भी अंडरग्राउंड हो गया। 2019 के बाद फिर से सनील पाटिल पूरे महाराष्ट्र में गैंग लेकर मुंबई के फाइव स्टार होटल्स में पार्टी करना व ट्रांसफर और बदली का रैकेट चलाने का काम शुरू हो गया। इसमें बहुत सारे ब्यूरोक्रेट भी शामिल हैं। महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी के काफी मंत्रियों के रिश्तें उनके साथ हैं। जिसकी जानकारी आने वाले प्रेस कॉनफ्रेंस में दूंगा।
सुनील पाटिल का आर्यन खान केस संग कनेक्शन
बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने कहा कि सैम डिसूजा नामक व्यक्ति जिसका जिक्र नवाब मलिक ने किया, संजय राउत ने किया और उनके बारे में प्रभाकर सैल के एफिडेविट में भी है। कहानी की शुरुआत 1 अक्टूबर से होती है। सुनील पाटिल जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सदस्य हैं। उन्होंने सैम डिसूजा को एक तारीख को व्हाट्सअप किया उन्होंने दोनों के बीच बातचीत का चैट साझा करते हुए कहा कि पाटिल ने डिसूजा को 27 लोगों की लीड के बारे में जिक्र करते हुए नारकोटिक्स विभाग के किसी अधिकारी के साथ बात करवाने की बात कही। पाटिल ने कहा कि मुंबई में क्रूज पार्टी हो रही है और जिसमें ड्रग्स का सेवन होने वाला है। 27 लोगों के नाम मेरे पास हैं। मेरी नारकोटिक्स विभाग के किसी अधिकारी से बात करवाओ। पाटिल के कहने पर ही सैम डिसूजा ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी वीवी सिंह की मुलाकात किरण गोसावी से करवाई थी। बाद में पूरी डीलिंग किरण गोसावी की देखरेख में हुई थी।
किरण गोसावी एनसीपी का आदमी
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि किरण गोसावी एनसीपी नेता सुनील पाटिल का आदमी है। पाटिल के कहने पर ही सैम डिसूजा ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी वी.वी सिंह की मुलाकात किरण गोसावी से करवाई थी। बाद में पूरी डीलिंग किरण गोसावी की देखरेख में हुई थी। ऐसे में नवाब मलिक के आरोप कितने सही हैं यह आपको दस्तावेजों इन सबूतों से स्पष्ट हो जाएगा।