जमशेदपुर के बाजारों में धन की वर्षा ,350 करोड़ से अधिक का कारोबार

दो वषों के बाद बाजार में दिखी रौनक
सोने-चांदी के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स सामानोंं की जमकर की खरीददारी

जमशेदपुर, 2 नवम्बर : दीपावली से दो दिन पहले मंगलवार को धनतेरस में बाजार में दो वर्षोंे के बाद काफी रौनक देखने को मिली. लोगों ने बाजार में जम कर खरीददारी की. धनतेरस के मौके पर बाजार में करीब 350 करोड़ से अधिक कारोबार हुआ. बाजार में सोने-चांदी व ज्वैलरी के करीब 130 करोड़ का कारोबार हुआ.
दीपावली पर्व से ठीक दो दिन पहले मंगलवार को धनतेरस पर शहरवासियों की बाजार में सुबह से लेकर देर रात तक भीड़ लगी रही. जिले में कोरोना का असर कम होने के कारण लोगों ने जमकर खरीददारी की.
साकची, बिष्टुपुर, सिदगोड़ा, बारीडीह समेत शहर के बाजार में सुबह से ही दुकानें सज गई थी लेकिन लोगों की कम भीड़ दिखी. शाम चार बजे के बाद बाजार में रौनक लौटी. देर रात तक इलेक्ट्रॉनिक्स, ज्वैलरी की दुकान खुली रही. साकची, बिष्टुपुर, सिदगोड़ा, बारीडीह, सोनारी, कदमा समेत शहर के अन्य प्रमुख बाजार में सुबह आठ बजे से ही दुकानेें खुल गई थी. इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर की दुकानों में जिन लोगों ने पहले से बुकिंग करायी थी उनके घर तक दुकानदार सामानों को पहुंचाने में जुटे हुए थे. नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स की सभी शाखाओं पर सुबह से देर रात तक लोगोंं की भीड़ रही. लोग एलईडी, फ्रीज, वाशिंग मशीन समेत अन्य सामानों की बुकिंग कर अपने-अपने सामानों को घर भिजवा रहे थे. शहर में स्थित अधिकतर मोबाइल के शोरूम मेें लोगों की भीड़ दिखी. लोग नए-नए मॉडल के मोबाइल फोन की खरीददारी करने में जुटे रहे. बिष्टुपुर व साकची मेें तनिष्क के शोरूम में शहरवासियों की काफी भीड़ रही. लोग सोने- चांदी के जेवरातों की खरीददारी कर रहे थे. तनिष्क के शोरूम में अलग-अलग डिजाइनों की ज्वैलरी खरीद रहे थे. बिष्टुपुर के कई ऐसे शो रूम रहे जिसमें दो दिन पहले जो ज्वैलर्स के स्टॉक थे वे धनतेरस पर अधिक बिक्री होने के कारण खत्म हो गए थे. साकची बाजार में डालडा लाइन में शिल्पा ज्वैलर्स, कनक साईं ज्वैलर्स, मोतिलाल एंड संस ज्वैलर्स, विनायक ज्वैलर्स, वर्मन ज्वैलर्स, सिटी ज्वैलर्स में दिनभर लोगों की भीड़ लगी रही. बिष्टुपुर स्थित रतिलाल पी चोकसी एंड संस ज्वैलर्स, राधिका ज्वैलर्स, टेल्को के खडंगाझार स्थित आशा ज्वैलर्स, आजाद मार्केट, टेल्को कनक ज्वैलर्स, आदित्युपर के आचार्या मार्केट में निर्मला ज्वैलर्स, सतपति सेंटर में मुकेश ज्वैलर्स, शर्मा मार्केट में मां भुवनेश्वरी ज्वैलर्स समेत अन्य ज्वैलर्स में लोगों की काफी भीड़ रही. लोगों ने जम कर खरीददारी की. ज्वैलरी की दुकानों में लोगों ने भगवान गणेश लक्ष्मी के सिक्के की खरीददारी की. बाजार में सोने-चांदी का करीब 120 करोड़, इलेेक्ट्रॉनिक्स के सामानों की 100 करोड़, दोपहिया व चार पहिया वाहनों की करीब 80 करोड़, फर्नीचर के 80 करोड़, बर्तनों की 12 करोड़, कपड़े की तीन करोड़, झाड़ू के 30 लाख, मोबाइल, कम्प्यूर, लैपटॉप के करीब 80 लाख रुपये, रियल स्टेट के 20 करोड़ समेत अन्य सामानों के करीब 50 लाख रुपये के कारोबार हुए.
—————
देशभर में 7500 करोड़ रुपये का कारोबार
कोरोना महामारी के कारण पिछले करीब दो वर्षों की मंदी की मार झेलने वाले सर्राफा व्यापारियों के चेहरे पर दिवाली त्यौहार की खरीदी को लेकर उनकी मुस्कान मंगलवार धनतेरस के दिन वापस आ गई, जब राजधानी दिल्ली सहित देशभर के सर्राफा व्यापारियों ने सोने चांदी के गहनों व अन्य सामान का बेहद अच्छा व्यापार किया.
कांफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया टे्रडर्स, कैट व कैट के ज्वेलरी विंग ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई जो करीब 7.5 हजार करोड़ रुपये है. नई दिल्ली में 1000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ वहीं महाराष्ट्र में करीब1500 करोड़, उत्तर प्रदेश में 600 करोड़, कोलहान में लगभग 300 करोड़, दक्षिण भारत में लगभग 2000 करोड़ का स्वर्ण आभूषणों का व्यापार हुआ. कैट के राष्ट्रीय महासचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि देश में पुरातन काल से सभी त्योहारों में धनतेरस का अपना विशेष महत्व है. इस दिन देश भर में लोग सोने चांदी के बर्तन सिक्के या आभूषण , पीतल बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक के समान मोबाइल खरीदते है.ऐसी मान्यता है कि इस दिन धन ( वस्तु) खरीदने से उसमें तेरह गुणा वृद्धि होती है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर 50त्न की बढ़ोतरी हुई है. कैट ने कहा कि 2021 की पहली छमाही में 700 टन सोना इम्पोर्ट हुआ है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हैं. उन्होंने बताया की वर्तमान में दीपावली के त्योहार व उसके बाद शुरू होने वाले शादियों के सीजन में ग्राहकों की मांग को देखते हुए देशभर में सर्राफा व्यापारियों ने सोने के आभूषणों एवं अन्य सामान की उपलब्धता की व्यापक तैयारी कर रखी है. उन्होंने कहा कि कोल्हान में गहनों के साथ ही सोने-चांदी के सिक्के, नोट, मूर्तियां और बर्तन की बड़ी बिक्री की संभावना है. अब हालात सामान्य होने की ओर हैं तो नवंबर के मध्य से अगले वर्ष तक ज्यादा शादियों का बड़ा सीजन आ रहा है और शादी से सम्बंधित गोल्ड, ज्वेलरी एवं अन्य वस्तुओं की बिक्री भी बड़ी मात्रा में बढऩे की सम्भावना है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में सोनेे का भाव रुपए 38923 प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव रूपये 46491 प्रति किलो था जबकि वर्ष 2020 में नवंबर महीने में को सोने का भाव बढ़ कर रुपये 50520 प्रति 10 ग्राम हो गया और चांदी का भाव बढ़ कर रुपये 63044 प्रति किलो था जबकि आज धनतेरस के दिन सोने का भाव 50000 हज़ार प्रति 10 ग्राम रहा जबकि चांदी का भाव 66300 प्रति किलोग्राम रहा. उन्होंने हा कि पिछले वर्ष दूसरी तिमाही में यह खपत 48 प्रतिशत गिरकर 52.8 टन रह गयी थी जबकि इस वर्ष की पहली छमाही में लगभग 700 टन का गोल्ड इम्पोर्ट इस बात को दर्शाता है की इस साल सोने-चांदी का बेहतर व्यापार होगा.

Share this News...