रोम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर विश्व के अन्य नेताओं के साथ यहां प्रसिद्ध ट्रेवी फाउंटेन का दौरा किया।यह फव्वारा इटली के सबसे अधिक देखे जाने वाले स्मारकों में से एक है और पर्यटकों द्वारा काफी पसंद किया जाता है। ऐतिहासिक फव्वारे ने उन कई फिल्मकारों को आकर्षित किया है, जिन्होंने बारोक कला-शैली वाले इस स्मारक को रूमानी स्थल के प्रतीक के रूप में लोकप्रिय बनाया है।
जी20 इटली ने ट्वीट किया, ‘जी20 के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों ने जी20 रोम सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत शहर के एक प्रतीकात्मक स्थान ट्रेवी फाउंटेन की सैर के साथ की, जो दुनिया के सबसे खूबसूरत फव्वारों में से एक है।’
लगभग 26.3 मीटर ऊंचा और 49.15 मीटर चौड़ा, यह शहर का सबसे बड़ा बारोक फव्वारा है और दुनिया के सबसे प्रसिद्ध फव्वारों में से एक है।
प्रसिद्ध फव्वारे का दौरा करने के बाद मोदी स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ द्विपक्षीय वार्ता में भाग लेंगे। वह सतत विकास पर एक सत्र और एक अन्य कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को G20 समिट के पहले सेशन में भाग लिया था। मीटिंग में ईरान न्यूक्लियर डील पर भी चर्चा हुई। G-20 देशों के नेताओं ने बैठक में तय किया कि ग्लोबल टेम्परेचर को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक कम करने की कोशिश की जाएगी। मीटिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, UK के पीएम बोरिस जॉनसन के अलावा कई ग्लोबल लीडर मौजूद थे।
भारत में कोविड-19 वैक्सीन डोज बढ़ाने का वादा किया
PM मोदी ने जी20 देशों के लीडर्स से वादा किया कि भारत अगले साल के अंत तक कोविड-19 वैक्सीन की 5 अरब डोज बनाएगा। वैक्सीन की ये डोज केवल भारतीयों के लिए नहीं होंगी बल्कि इन्हें पूरी दुनिया को दिया जाएगा। इस दौरान वर्ल्ड लीडर्स ने गरीब देशों के लिए वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाए जाने पर रजामंदी जताई।
हालांकि PM मोदी ने जी20 देशों से भारतीय कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन के WHO से इमरजेंसी यूज के लिए अप्रूवल दिलाने में मदद मांगी। इस वैक्सीन का निर्माण भारतीय कंपनी भारत बायोटेक ने किया है। मोदी ने कहा कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) से अप्रूवल मिलने पर नई दिल्ली को 5 अरब वैक्सीन बनाने का टारगेट हासिल करने में आसानी होगी।