IPL के बाद हार्दिक को भारत भेजना चाहते थे चयनकर्ता, धोनी ने जताया था भरोसा

नयी दिल्ली। आईसीसी टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मिली हार के बाद ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की भूमिका को लेकर सवाल खड़े होने लगे। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने सारा मामला संभाल लिया। आपको बता दें कि हार्दिक पांड्या पिछले कुछ समय से अपनी पीठ में चोट लगने की वजह से गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं, लेकिन बल्ले से उनका फॉर्म भी प्रभावशाली नहीं रहा है।
अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के चयनकर्ता यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद हार्दिक पांड्या को घर वापस भेजना चाहते थे लेकिन एमएस धोनी ने उन्हें बचा लिया।रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि चयनकर्ता हार्दिक पांड्या को आईपीएल में गेंदबाजी नहीं करने के बाद भारत भेजना चाहते थे लेकिन धोनी ने उन्हें बचा लिया और कहा कि वो एक बेहतरीन फिनिशर हैं।

हार्दिक पांड्या ने की थी गेंदबाजी
भारतीय क्रिकेट टीम के पिछले अभ्यास सत्र में हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी की थी। लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम को काफी दिक्कतें हुईं क्योंकि उनके पास छठें गेंदबाज का विकल्प नहीं था। ऐसा इसलिए क्योंकि हार्दिक पांड्या असहज महसूस कर रहे थे।

शार्दुल ठाकुर को करें टीम में शामिल

रिपोर्ट के मुताबिक कुछ लोगों ने हार्दिक पांड्या के स्थान पर शार्दुल ठाकुर को टीम में शामिल करने का सुझाव दिया है। यह बदलाव न सिर्फ छठें गेंदबाजी का विकल्प है बल्कि जरूर पड़ने पर ठीक-ठाक बल्लेबाजी भी कर सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक हार्दिक पांड्या के चयन को लेकर राय मिली जुली है। भारत के पूर्व कप्तान और मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर को लगता है कि फिजियो, टीम प्रबंधन, कप्तान, कोच और अन्य सभी महत्वपूर्ण सदस्यों ने उनकी स्थिति का विश्लेषण करने के बाद निर्णय लिया होगा। वहीं पूर्व चयनकर्ता संदीप पाटिल हार्दिक पांड्या को टीम में शामिल करने के पीछे का कारण समझ नहीं पा रहे हैं।
आईसीसी के नियमों के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी अनफिट है तो उसे बदला जा सकता है। उसके स्थान पर दूसरे खिलाड़ी को टीम में शामिल करा जा सकता है।

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