पिता शाहरुख खान के प्रोफेशन पर ड्रग्स केस में फंसे आर्यन खान के केस का बुरा असर पड़ने लगा है। लर्निंग ऐप BYJU’S (बायजूस) ने बॉलीवुड एक्टर के सभी विज्ञापनों पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं शाहरुख के प्री-बुकिंग ऐड की रिलीजिंग भी नहीं की जा रही है।
शाहरुख की स्पॉन्सरशिप डील्स में बायजूस सबसे बड़ा ब्रांड था। इस ब्रांड को एंडोर्स करने के बदले शाहरुख को सालाना 3 से 4 करोड़ रुपए मिलते थे। वे 2017 से कंपनी के ब्रांड एंबेसडर हैं। इसके अलावा उनके पास ICICI बैंक, रिलायंस जियो, LG, दुबई टूरिज्म, हुंडई जैसी करीब 40 कंपनियों का एंडोर्समेंट हैं।
कंपनी को क्यों लेना पड़ा फैसला
आर्यन की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर शाहरुख की ट्रोलिंग शुरू हो गई थी। लोगों ने ब्रांड्स को भी टारगेट करना शुरू कर दिया था, जिनका विज्ञापन शाहरुख करते हैं। सोशल मीडिया पर लोग BYJU’S से सवाल पूछ रहे थे कि कंपनी शाहरुख को ब्रांड एंबेसडर बनाकर क्या संदेश दे रही है? क्या एक्टर अपने बेटे को यही सब सिखाते हैं।
कोचिंग क्लास से शुरू हुआ BYJU’S का सफर
39 वर्षीय रविंद्रन ने 2007 में कैट की तैयारी कराने के लिए कोचिंग क्लास शुरू की थी। 2009 में उनके कई छात्र उनके साथ हो गए थे। 2011 में उन्होंने थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड नाम के साथ अपनी कंपनी रजिस्टर्ड की। 2015 में एप लांच करने के बा कंपनी को बड़ी सफलता मिली। इसके बाद दुनियाभर के प्रतिष्ठित निवेशकों ने कंपनी में पैसे लगाए। 2018 में उनकी कंपनी का वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर हो चुका था।