जमशेदपुर, 30 सितंबर (रिर्पोर्टर) : वाहनों व रेल के बियरिंग बनाने वाली टिमकेन इंडिया के कर्मचारियों को 15.64 प्रतिशत बोनस मिलेगा। 15.64 प्रतिशत बोनस के मुताबिक कर्मचारियों को न्यूनतम 47,882, अधिकतम 90,532 व औसतन 78,178 रुपए मिलेंगे। गुरुवार को दोपहर में कर्मचारियों के बैंक खाते में राशि भी भेेज दी गई। यूनियन की ओर से बताया गया है कि देर रात टिमकेन प्रबंधन व यूनियन के बीच समझौता हुआ। इसे लेकर बीते एक हप्ते से मैराथन वार्ता चल रही थी। फार्मूले के अनुसार लाभ पर 13.66 प्रतिशत, स्क्रैप 0.98 व ग्राहक शिकायत पर 1.00 प्रतिशत बोनस बनता था। इसी के आधार पर 15.64 प्रतिशत बोनस हुआ है। बताया गया है कि बीते साल 306 करोड़ के लाभ पर 18 प्रतिशत बोनस मिला था। इस बार कोरोना को लेकर लाभ कम हो गया तथा यह 195 करोड़ पर आकर सिमट गया। इन सब के बावजूद कर्मचारियों के हित में बेहतर समझौता हुआ। बोनस से कंपनी के करीब 218 स्थायी कर्मी लाभान्वित होगे। समझौते पर प्रबंधन की ओर से दिनेश सिंह, सुमित शर्मा, यूनियन से महामंत्री गिरवरधारी, डिप्टी प्रेसीडेंट एलपी सिंह, आरके प्रसाद व संजय दत्ता ने हस्ताक्षर किया है।
कर्मचारियों को हुआ बीस हजार का नुकसान : विजय
इस यूनियन के कार्यकाल में कभी बीस प्रतिशत बोनस नहीं हुआ। वहीं उनके नेतृत्व में 2003 से 2015 तक हर साल करीब बीस प्रतिशत बोनस हुआ है। यह कहना है यूनियन के पूर्व महामंत्री बिजय यादव का। बिजय ने कहा कि वर्तमान यूनियन जो बगैर सोंचे-समझे बोनस फार्मूला बना रही है इससे भारी नुकसान हो रहा है। इस साल भी नेतृत्व क्षमता की कमी से कर्मचारियों को करीब बीस हजार का नुकसान हुआ है। इस यूनियन के कार्यकाल में चाहे ग्रेड रिवीजन हो या वार्षिक बोनस हो या मंथली प्रोडक्शन इसेंटिव सभी जगह कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है। दुर्गापूजा को देखते हुए प्रबंधन बगैर यूनियन से हस्ताक्षर कराए बोनस की राशि बैंक में भेज दी है। अगर समझौता हुआ तो यूनियन के प्रमुख कहां थे, समझौते पत्र पर उनका हस्ताक्षर कहां हैं। कर्मचारियों को सब कुछ मालूम है इसी वजह से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।