Jharia,24 Sept: झरिया के यश जालुका ने पूरे भारत में झरिया का नाम रोशन किया . यश ने UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है. झरिया निवासी मनोज जालुका के सुपुत्र यश जालुका ने यह कीर्तिमान अपने पहले ही प्रयास में ही स्थापित किया है.
यश के पिता बड़बिल (ओडिशा) में व्यापार करते हैं. यश की इस सफलता को लेकर पूरा परिवार अत्यंत प्रसन्न है. परिवार में यश की माता शोभा देवी, बड़ी बहन रितिका , रिया सहित ताऊ महाबीर जालुका, भाई अंकुर जालुका बेहद उत्साहित हैं.
महज 23 साल के यश ने पहले प्रयास में ही कर दिया कमाल
यश के पिता ने बताया कि, “यश ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता का परचम अपने प्रथम प्रयास में ही लहराया है.”
एक बहन इंजीनियर, तो दूसरी है सीए:
यश के पिता मनोज जालुका ने बताया कि, “उनकी तीन संताने हैं. यश एकमात्र भाई है. यश की दो बड़ी बहनें हैं. रितिका और रिया . रितिका कंप्यूटर इंजीनियर, तो रिया चार्टर्ड एकाउंटेंट है.”
आठवीं तक की पढाई डिनोबली डिगवाडीह से की
यश ने आठवीं तक की पढाई डिनोबली डिगवाडीह से की. दसवीं की परीक्षा बड़बिल के सेंट मेरी स्कूल से पास की. बारहवीं बोकारो के दिल्ली पब्लिक स्कूल से किया. उसके बाद यश ने दिल्ली के प्रतिष्ठित किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की डिग्री ली. तत्पश्चात, दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की.
धनबाद से अबतक ये सफल हुए यूपीएससी परीक्षा में
इससे पूर्व धनबाद जिले से शैलश कुमार सिंह ने वर्ष 1990 ई. में 4th रैंक, 2015 में सिंदरी के कर्ण सत्यार्थी ने 9th रैंक, वर्ष 2011 में अजय कटेसरिया ने 28वां रैंक हासिल किया था. इसके अतिरिक्त राजकरण अग्रवाल ने वर्ष 2018 में 474 रैंक हासिल किया था. शैलेश कुमार सिंह अभी झारखंड राजभवन में पदस्थापित हैं।