जमशेदपुर। मानगो के उलीडीह निवासी मनोज शर्मा अपने 21 वर्षीय पुत्र आदर्श शर्मा का शव लेकर रविवार की देर रात कलिंगानगर से जमशेदपुर पहुंचे। शनिवार की शाम टाटा स्टील के कलिंगानगर प्लांट में डीओटी हॉस्टल नंबर दो के पास खुले मैदान में जब आदर्श अपने 4 अन्य सहकर्मियों के साथ फुटबॉल खेल रहा था तभी आसमानी बिजली गिर गई थी जिसकी चपेट में आने से आदर्श समेत उसके पांच अन्य साथी गंभीर रूप से झुलस गए थे। इस घटना में आदर्श शर्मा की मौके पर मौत हो गई थी जबकि चार अन्य ट्रेड अप्रेंटिस को टाटा स्टील मेडिकल अस्पताल कलिंगा नगर में भर्ती कराया गया था । आदर्श शर्मा समेत 5 ट्रेड अप्रेंटिस जो 2018 बैच के थे उन्हें टाटा स्टील प्रबंधन ने ट्रेनिंग के लिए कलिंगानगर भेजा था उनकी कलिंगानगर सीआरएम प्लांट में नियुक्ति की जानी थी। शनिवार की शाम अपने पुत्र की मौत की खबर सुनकर उलीडीह निवासी मनोज शर्मा कलिंगानगर के लिए रवाना हो गए थे देर रात वे वहां पहुंचे थे। रविवार की शाम अपने पुत्र का शव लेकर एंबुलेंस से कलिंगानगर से जमशेदपुर रवाना हुए। देर रात अपने पुत्र का शव लेकर जमशेदपुर पहुंचे। जिसे टीएमएच की मोर्चरी में रख दिया गया। सोमवार को वह अपने पुत्र का अंतिम संस्कार करेंगे। बताया जता है कि आदर्श अपने पिता मनोज शर्मा का इकलौता पुत्र था। उसने टाटा स्टील ट्रेड अप्रेंटिस की 2018 में परीक्षा पास की थी। कोरोना महामारी के कारण उसकी नियुक्ति नहीं हो पाई थी। पिछले दिनों आदर्श समेत पांच अन्य नए ट्रेड अप्रेंटिस को ट्रेनिंग के लिए कलिंगानगर भेजा गया था। मनोज शर्मा टीवी मैकेनिक का काम करते हैं। बताया जाता है कि वह अपने पिता का इकलौता संतान था। परिजनों का कहना है कि जब आदर्श ने ट्रेड अप्रेंटिस की परीक्षा पास कर ली थी तो अपने पिता से बार-बार यही कहता था कि अब उन लोगों के भी दिन बदलेंगे। वह कड़ी मेहनत कर टाटा स्टील का बड़ा अधिकारी बनेगा। आदर्श की मौत के बाद पिता का सपना संजोया रह गया। वही भाजपा नेता विकास सिंह ने मांग की है कि टाटा स्टील कंपनी के अन्य कर्मचारियों को इस तरह के मामले में जो सुविधा देती है वह सुविधा मृतक के पिता को भी दी जाए। बताया जाता है कि कलिंगानगर में मनोज शर्मा से टाटा स्टील के एचआर के अधिकारी मिले थे उन्होंने उन्हें पुत्र की मौत की सांत्वना देते हुए कहा है कि यह भी मामला स्पेशल है कंपनी प्रबंधन की ओर से जो भी हो सकता है किया जाएगा।