भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ का अंतिम टेस्ट नहीं खेला गया. हेड कोच रवि शास्त्री, बॉलिंग कोच भरत अरुण, फील्डिंग कोच आर श्रीधर के कोरोना संक्रमित होने के बाद मैनचेस्टर टेस्ट से एक दिन पहले भारतीय टीम के जूनियर फिजियो भी पॉज़िटिव मिले थे. इसके बाद टीम इंडिया ने पांचवां टेस्ट खेलने से मना कर दिया था. भारत के पास सीरीज़ में 2-1 की बढ़त है, लेकिन अंतिम टेस्ट रद्द होने के बाद सीरीज के रिज़ल्ट को लेकर काफी बहस चल रही है. फिलहाल क्रिकेट एक्सपर्ट्स से लेकर क्रिकेट पंडित तक को अंदाजा नहीं है कि सीरीज का परिणाम क्या होगा. आइये जानते हैं कि सीरीज़ का रिज़ल्ट किस तरह निकल सकता है.
दो घंटे पहले लिया गया रद्द करने का फैसला
मैनचेस्टर टेस्ट के एक दिन पहले भारतीय टीम के जूनियर फिजियो के कोरोना पॉज़िटिव होने के बाद मैच और सीरीज़ को लेकर तमाम तरह की रिपोर्ट्स आना शुरू हो गईं थीं. पहले रिपोर्ट आई थी कि मैनचेस्टर टेस्ट शुक्रवार के बजाय रविवार से खेला जाएगा. हालांकि, इसके बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने-अपने बयान जारी करके साफ किया कि मैच को रद्द कर दिया गया है.
क्या भारत ने छोड़ा था मैच?
हालांकि, ईसीबी ने पहले अपने बयान में Forfeit (छोड़ दिया) शब्द का इस्तेमाल किया था. इंग्लिश बोर्ड ने कहा था कि भारत ने मैच छोड़ दिया है और यह सीरीज़ 2-2 से बराबर हो गई है. लेकिन कुछ देर बाद उसने अपना बयान बदलकर मैच रद्द करने की बात कही थी.
वहीं दूसरी तरफ बीसीसीआई ने लगातार यह बात कही थी कि उन्होंने मैच छोड़ा नहीं है और वे कभी भी यह मैच खेलने के लिए तैयार हैं. भारतीय बोर्ड ने यह भी कहा था कि दोनों बोर्ड्स अब इस मुकाबले को खेलने के लिए विंडो तलाश रहे हैं.
जानिए किस तरह निकल सकता है सीरीज का रिज़ल्ट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सीरीज़ का रिज़ल्ट निकालना अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के हाथ में है. अगर आईसीसी यह फैसला देती है कि भारत ने कोरोना के चलते यह मुकाबला नहीं खेला है तो मैच रद्द माना जाएगा और भारत को 2-1 से सीरीज में विजय घोषित कर दिया जाएगा. लेकिन अगर आईसीसी को लगता है कि भारत ने यह मैच छोड़ा है तो फिर पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड को जीता दे दिया जाएगा और सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ हो जाएगी.
क्या कहते हैं ICC के नियम?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए बनाए गए आईसीसी के नियम के हिसाब से अगर किसी टीम में कोरोना के मामले आते हैं तो वे कोई भी मैच खेलने से मना कर सकती है. हालांकि, यह तभी संभव है जब किसी टीम में कोरोना के मामले आ जाएं और फिर वो प्लेइंग इलेवन उतारने में सक्षम नहीं हो. लेकिन भारत के केस में ऐसा नहीं हुआ है. भारतीय टीम का कोई भी खिलाड़ी संक्रमित नहीं हुआ था और मैच से पहले उसके सभी खिलाड़ियों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आईसीसी कोरोना मामले आने के डर से टीम इंडिया के मैच नहीं खेलने के फैसले को वैध कारण मानती है या नहीं.
ECB को होगा भारी नुकसान!
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ अगर 2-1 पर खत्म होती है तो फिर ईसीबी को इंश्योरेंस के पैसे नहीं मिलेंगे, लेकिन अगर इसका रिज़ल्ट 2-2 पर आता है तो फिर वे इंश्योरेंस ले सकेंगे. सीरीज़ का रिज़ल्ट नहीं निकलने की स्थिति में इंग्लैंड बोर्ड को 30 मिलियन ग्रेट ब्रिटेन पाउंड (लगभग 306 करोड़ रुपये) का नुकसान होने की संभावना है. और इसीलिए इंग्लिश बोर्ड दबाव बना रही है कि मैच को भारत द्वारा छोड़ा हुआ माना जाए