Bokaro,10 Sept: केंद्रीय इस्पात सचिव 1987 बैच के IAS अधिकारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी चार दिवसीय झारखंड दौरे पर शुक्रवार को बोकारो पहुंचे. बोकारो निवास में उनकी अगवानी बोकारो स्टील के निदेशक प्रभारी अमरेंद्र प्रकाश समेत अन्य अधिकारियों ने की .बोकारो प्रवास के क्रम में श्री त्रिपाठी ने बोकारो स्टील प्लांट के विभिन्न विभागों का दौरा कर उत्पादन प्रक्रिया की जानकारी ली .अधिकारियों के साथ बैठक कर बोकारो स्टील विस्तारीकरण एवं आधुनिकीकरण की योजना तथा उत्पादन क्षमता का उपयोग समेत 10 बिंदुओं पर सेल के अधिकारियों के साथ जानकारी ली तथा इस्पात मंत्रालय की योजनाओं से अवगत कराया. शनिवार को श्री त्रिपाठी टाटा के लिए रवाना होंगे तथा शनिवार को टाटा स्टील प्लांट का भ्रमण कर वहां की जानकारी लेने के साथ-साथ आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण के संबंध में भी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. रविवार को बोकारो स्टील प्लांट के माइंस किरीबुरू, चिड़िया ,गुवा समेत अन्य खदानों का दौरा करेंगे तथा 13 सितंबर को झारखंड के मुख्य सचिव से बातचीत करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे ।इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह के बोकारो दौरा के पूर्व इस्पात सचिव के झारखंड दौरा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बोकारो स्टील के आधुनिकीकरण तथा विस्तारीकरण तथा टाटा स्टील के आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण मे क्या अंतर है ,इस विषय पर भी अध्ययन करेंगे ।टाटा स्टील का आधुनिकीकरण सफल रहा है, जबकि सेल में लगभग 70000 करोड रुपया खर्च होने के बावजूद जो लाभ मिलना चाहिए था वह लाभ नहीं मिला है। आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण प्रक्रिया के पूर्व में जो गलतियां हुई है वह इस बार नहीं हो, इस पर मंत्रालय विशेष रुप से ध्यान केंद्रित कर रहा है। बोकारो स्टील का उत्पादन क्षमता 10 मिलियन टन के लिए हुआ था लेकिन अभी तक लगभग 5 मिलियन टन पर ही पहुंच पाया है ,जबकि टाटा स्टील ने 10 मिलियन टन से अधिक कर लिया है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार सेल की खदान एवं झारखंड सरकार के बीच कुछ मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा है। इस्पात सचिव इस मामले का अध्ययन खदान में जाकर करेंगे तथा समस्या के समाधान के लिए झारखंड के मुख्य सचिव के साथ-साथ संबंधित अधिकारी से बातचीत करेंगे।