Adityapur, 9 Sept : आदित्यपुर नगर निगम द्वारा नगर वासियों को आज नयी तकनीक आधारित 2 कोल्ड फागिंग मशीन की सौगात दी गई । इस मशीन को महापौर विनोद श्रीवास्तव ,उपमहापौर अमित सिंह एवं अपर नगर आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद द्वारा हरी झंडी दिखाकर नगर वासियों को समर्पित किया गया। यह मशीन विदेश से आयात की गई है। इसका इस्तेमाल विकसित देशों में मच्छरों के उन्मूलन हेतु किया जाता है। वर्तमान में इस मशीन का प्रयोग रांची नगर निगम एवं JUSCO द्वारा मच्छर उन्मूलन के लिए सफलतापूर्वक संतोषप्रद परिणाम के साथ किया जा रहा है । पूर्व में आदित्यपुर नगर निगम द्वारा मच्छरों की रोकथाम हेतु डीजल इंजन आधारित थर्मल फागिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाता था । थर्मल फागिंग मशीन के इस्तेमाल में निगम को काफी खर्च उठाना पड़ता था, क्योंकि मच्छरों की रोकथाम वाली दवा का छिड़काव डीजल के धुंए के साथ करना पड़ता था । डीजल के जलने से वायु प्रदूषण एवं धुआँ के प्रभाव में आने पर आमजन को त्वचा की बीमारी का खतरा बना रहता था । थर्मल फागिंग मशीन का प्रयोग भी तकनीकी कारणों से केवल शाम के समय ही कर पाना संभव होता है एवं थर्मल फागिंग के द्वारा वैसे दुर्लभ स्थानों पर फागिंग नहीं हो पाती थी जहां मच्छरों या मच्छरों के लारवा उत्पन्न होते हैं । तब
निगम बोर्ड ने विकसित देशों में प्रयोग होने वाले तकनीक का सहारा लेने का निर्णय लेते हुए vehicle mounted कॉल्ड फागिंग के क्रय का निर्णय लिया । कोल्ड फागिंग मशीन में डीजल की जगह पानी का इस्तेमाल किया जाता है जिससे फागिंग का खर्च बिल्कुल ही कम हो जाता है । इस मशीन में बेहतर तकनीक के द्वारा पानी एवं मच्छर मारने वाली दवा का मिश्रण तैयार कर पानी की बूंदों के रूप में हवा में छोड़ा जाता है। यह बूंदे हवा में मौजूद मच्छरों को मारने में काफी प्रभावशाली है । यह बूंदे कुछ समय तैरने के उपरांत पेड़ के पत्ते, घास एवं धरातल पर बैठ जाती हैं जो 24 घंटों तक मच्छरों को मारने में प्रभावी होती है । कोल्ड फागिंग मशीन में फागिंग हेतु विशेष तकनीक से निर्मित नोजल लगे हैं जो 360 डिग्री तक घूम सकते हैं तथा सभी दिशाओं में मिश्रण का छिड़काव करने में सक्षम है। इस मशीन में 50 मीटर लंबी पाइप भी है जिसके सहारे दुर्लभ स्थल एवं संकरी गलियों मे भी दवा का छिड़काव किया जा सकता है। अब निगम द्वारा वैसी जगह जहां मच्छर पैदा होने की संभावना प्रबल है जैसे नाली गंदे, पानी, पुराने जमे हुए पानी, गीले कचरे वाली गंदगी जैसे स्थलों पर एंटी लारवा दवाई के छिड़काव की योजना बनायी जा रही है