पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद लगातार हो रही हिंसा के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने भाजपा के 71 विधायकों में से 61 की सुरक्षा वापस ले ली है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को यह पत्र लिखकर कहा गया है कि वह राज्य के नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें। आपको बता दें कि चुनाव बाद लगातार हो रही हिंसा के बीच गृह मंत्रालय की ओर से इन विधायकों को सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राज्य के गृह सचिव को एक पत्र भेजा गया है। इस पत्र में भाजपा के 61 नेताओं को जल्द से जल्द सुरक्षा देने को कहा गया है। इन 61 नेताओं में बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती भी शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में चुनावी परिणाम आने के बाद इन नेताओं की सुरक्षा केंद्र सरकार ने बढ़ा दी थी। हाल में ही अर्जुन सिंह के घर पर पेट्रोल बम से हमला किया गया था।
चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर इन नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई थी। हालांकि, उच्च न्यायालय द्वारा सीबीआई को हत्या और बलात्कार के मामलों तथा हिंसा के अन्य मामलों का प्रभार लेने का आदेश देने के बाद स्थिति सामान्य होती दिख रही है। यही कारण है कि केंद्र ने सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है। केंद्र के इस फैसले के बाद भाजपा विधायकों को सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी अब राज्य सरकार की होगी। नियम यह कहता है कि जब भी किसी विधायक को केंद्रीय सुरक्षा दिया जाता है या फिर लिया जाता है तो उसे राज्य को सूचित करना होता है।
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