हेलिकॉप्टर ब्लैक हॉक से तालिबानी सजा की शुरुआत हो गई है। हेलीकॉप्टर से बांध कर एक शख्स को घुमाया गया है। शख्स को काफी समय तक हेलीकॉप्टर में बांध कर आंतकियों द्वारा घुमाया गया है।
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से उसकी तरफ से ये दावे किए जा रहे थे कि वो बदल गए हैं। तालिबान का बदला हुआ रूप है। लेकिन ये बदला हुआ रूप एक बर्बरता की तस्वीर के सामने कहीं न कहीं झूठा दिखाई पड़ता है। 31 अगस्त का दिन यानी अमेरिका के 20 सालों से अफगानिस्तान में ढेरा जमाए रहने का आखिरी दिन और इसके साथ ही तालिबानी राज का पहला दिन भी। पहले दिन ही पहली सजा का वीडियो सामने आया है। जब वॉर हेलिकॉप्टर ब्लैक हॉक से तालिबानी सजा की शुरुआत हो गई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार हेलीकॉप्टर से बांध कर एक शख्स को घुमाया गया है।
शख्स को काफी समय तक हेलीकॉप्टर में बांध कर आंतकियों द्वारा घुमाया गया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हेलीकॉप्टर में लटकाया गया शख्स अमेरिकी ट्रांसलेटर था।
अगर देखा जाए तो ये एक तरह का मैसेज अफगानिस्तान के लोगों के साथ ही पूरी दुनिया को भी भेजा जा रहा है। उन्हें ये समझाया जा रहा है कि आपको लगता है कि तालिबान एक आतंकवादी संगठन नहीं है और 1996 का नहीं बल्कि 2021 का तालिबान बिल्कुल अलग है। पाकिस्तान में खासतौर से कई लोगों को गुड तालिबान दिखाई पड़ रहा है। उन सबके मुंह पर करारा तमाचा है ये। ये वॉर हेलीकॉप्टर
ब्लैक हॉक अफगानिस्तान को अमेरिका की तरफ से मिला था जिसे तालिबानी लड़ाकों ने कब्जा लिया। ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान के कंधार के ऊपर उड़ रहा है, जिस पर रस्सी से एक शव लटका हुआ है।