मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक नारायण राणे के खिलाफ अलग-अलग थानों में 4 एफआईआर दर्ज हुई है। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया लेकिन कुछ वक्त के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इधर, राणे की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उनके समर्थकों ने मुंबई-गोवा के पुराने हाईवे को जाम कर दिया है।
इसी संबंध ने महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत दादा पाटिल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री को गिरफ़्तार करना यह महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हो रहा है। यह सत्ता का दुरुपयोग है। हम इसे सहन नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि हर सांसद का कुछ अधिकार होता है उस अधिकारों का हनन हुआ है। लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को इस मामले में हमारे सभी सांसद याचिका सौपेंगे।
गिरफ्तारी से बचने के लिए राणे ने रत्नागिरी के कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। इसे अदालत ने रद्द कर दिया। राणे ने जब से महाराष्ट्र में जनआशीर्वाद यात्रा शुरू की है, अब तक उन पर 49 FIR दर्ज हो चुकी हैं। हालांकि, इनमें से ज्यादातर मामले कोविड नियमों को तोड़ने पर दर्ज किए गए हैं। इधर, राणे के खिलाफ ठाणे के नौपड़ा थाने में सैक्शन 500, 505 (2), 153-B (1)(c) के तहत एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले उन पर पुणे, नासिक और रायगढ़ में FIR दर्ज हो चुकी थी।
राणे पर पुणे, नासिक और रायगढ़ में FIR
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री के खिलाफ पुणे, रायगढ़ और नासिक में FIR दर्ज हुई थी। साथ ही औरंगाबाद और खेरवाड़ी में भी FIR दर्ज करने की मांग की गई थी। पुणे और नासिक पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था। पुणे के चतुःश्रुगी पुलिस स्टेशन की एक टीम राणे की गिरफ्तारी के लिए रायगढ़ के चिपलून के लिए रवाना हुई थी। भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल नारायण राणे सोमवार से यहीं मौजूद थे।