राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि जब तक हम चीन पर निर्भर रहेंगे, तब तक उनके सामने झुकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम इंटरनेट और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं। हमारे पास इसकी वास्तविक तकनीक नहीं है और इसे बाहर से प्राप्त करें। हम चीन पर बोल सकते हैं और बहिष्कार का आह्वान कर सकते हैं लेकिन आपके मोबाइल पर सब कुछ आता कहां से है? चीन पर निर्भरता बढ़ी तो हमें उनके सामने झुकना होगा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आगे कहा कि किसी भी विदेशी आक्रांता का पैर हमारे जमीन पर पड़ता तो संघर्ष शुरू हो जाता था। देश पर आक्रमणकारियों ने कई बार आक्रमण किया, इसे पूर्ण विराम हमने 15 अगस्त को दिया। लड़ाइयां लड़ने वाले महापुरुष प्रेरणा देते हैं। उनको आज स्मरण करने का समय है। 15 अगस्त 1947 को हमारे राज्य की प्राप्ति हुई। हम अपना जीवन चलाने के लिए स्वतंत्र हो गए।