चालियामा में जुटे हजारों महिला – पुरूष और एक स्वर में कहा, जान देंगे लेकिन नक्सलियों को पनपने नहीं देंगे

चांडिल । नीमडीह प्रखंड के चालियामा हाई स्कूल मैदान में नक्सल विरोधी संगठन दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति (सेंदरा समिति) की जनसभा हुई। जिसमें चांडिल, नीमडीह, पटमदा व बोड़ाम प्रखंड क्षेत्र के हजारों महिला व पुरूष पारंपरिक हथियारों से लैस होकर सभास्थल में पहुंचे थे। यहां समिति के अध्यक्ष एवं नीमडीह प्रमुख असित सिंह पात्र की अध्यक्षता में जनसभा हुई। जनसभा में उपस्थित लोगों ने एक स्वर में नक्सलियों के खिलाफ हुंकार भरी और कहा जान देंगे लेकिन नक्सलियों को क्षेत्र में पनपने नहीं देंगे। विदित हो कि कुछ दिनों पहले दलमा क्षेत्र में नक्सलियों ने दस्तक दी है। कुछ दिनों पहले बोड़ाम थाना क्षेत्र से पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री व केन बम बरामद किया है।
दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति के जनसभा में वक्ताओं ने कहा कि कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ सिद्धि के लिए संगठन के पुनर्गठन की घोषणा की थी। लेकिन उस पुनर्गठन को हम स्वीकार नहीं करेंगे, वह असंवैधानिक है। वक्ताओं ने उस पुनर्गठन को राजनीति व प्रशासनिक अधिकारियों का षड्यंत्र बताया।
जनसभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जब पुलिस प्रशासन भी नक्सलियों पर नियंत्रण करने में विफल हो गई थी तब 2009 में दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति का गठन कर ग्रामीणों ने लड़ाई लड़ी थी। फलस्वरूप आज दलमा क्षेत्र में शांति बहाल हुई हैं लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी तत्वों द्वारा ग्रामीणों के बीच फुट डालने का प्रयास कर रही हैं। असित सिंह पात्र ने कहा कि गत दिनों कुछ लोगों ने समिति के नाम पर फर्जी पुनर्गठन किया है। उन लोगों को समिति की ओर कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा और जरूरत पड़ी तो अनुषणात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। असित सिंह पात्र ने आरोप लगाया है कि समिति को दो गुटों में बांटने में स्थानीय पुलिस प्रशासन तथा कुछ राजनीतिक लोगों की भूमिका है। लेकिन समिति ने एकजुट होकर नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस ली है। उन्होंने कहा कि दलमा क्षेत्र में नक्सलियों के दस्तक देने की सूचना पर ग्रामीणों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया। वहीं, ग्रामीणों को एक दूसरे के संपर्क में रहने का अपील किया गया। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस पर डांगरडीह पिकेट में समिति की ओर से झंडोत्तोलन किया जाएगा। इस मौके पर असित सिंह पात्र, अजय सिंह, परमेश्वर सिंह, गहन सिंह, नेपाल सिंह, बरुण सिंह, गौतम सिंह, कुसुम कमल सिंह, भोला सिंह, फटिक मंडल, कांचन सिंह, हीरा दास, दिगम्बर सिंह, बासुदेव सिंह, भानु प्रताप सिंह, समेत सभी ग्रामप्रधान, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य आदि मौजूद थे।

असंवैधानिक है समिति का पुनर्गठन : भानु प्रताप सिंह

गत दिनों सात अगस्त को बांधडीह के ग्रामप्रधान भानु प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। उक्त बैठक में आनन फानन में दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति के पुनर्गठन की घोषणा की गई थी। जिसको लेकर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि वह बैठक और पुनर्गठन अवैध तरीके से हुआ था जो कि असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि चंद लोगों के पुनर्गठन को हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं। सर्वसम्मति से जो निर्णय लिया जाएगा उसे सभी लोग स्वीकार करेंगे।

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