Chandil,5 August : रांची के पूर्व सांसद चांडिल के रुगड़ी गांव में पूर्व कांग्रेस नेता हिकिम महतो के पिता के श्राद्धकर्म में शामिल होने पहुंचे । पूर्व सांसद ने आजसू नेता हरेलाल महतो की पत्नी रीना महतो से मुलाकात की और हाल चाल जाना। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए रामटहल चौधरी ने कहा कि गत 23 अप्रैल को नीमडीह के बामनी चढ़क मेला में हुई पुलिस पब्लिक झड़प के बाद प्रशासन की ओर से अनुचित और मनमाना कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से जिस तरह की जानकारी मिली है, उसके अनुसार बामनी गांव के मृत लोगों के नाम पर भी एफआईआर दर्ज किया गया है। गांव में आए हुए रिश्तेदारों को भी जेल भेजा गया है। सांसद ने कहा कि इस कार्रवाई से अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही हैं। उन्होंने कहा कि लोग लॉकडाउन से परेशान हैं, लोगों के पास रोजगार नहीं है। ऐसे में निर्दोष लोगों को बेवजह फंसाना कहीं से उचित नहीं है। पूर्व सांसद ने सरकार और प्रशासन से मांग की कि बामनी घटना को अविलंब संज्ञान में लेकर छानबीन शुरू करें और निर्दोष लोगों के पर किए गए केस को वापस लें। उन्होंने किसी राजनीतिक दल या नेता का नाम लिए बगैर कहा कि हरेलाल महतो और निर्दोष लोगों को जेल भेजना राजनीतिक षड्यंत्र है। षड्यंत्र के तहत ईचागढ़ के नेता हरेलाल महतो व अन्य ग्रामीणों को फंसाया गया है। उन्होंने राजनीतिक दलों से कहा कि इस तरह की ओछी राजनीति से बचें, क्योंकि भविष्य में आपके साथ भी इस तरह की घटना हो सकती हैं। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अफसरों को बढ़ावा देना उचित नहीं है। इस तरह की कार्रवाई से सरकार के प्रति जनता का विश्वास खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि जनता को ज्यादा परेशान करने पर जनता त्रस्त होकर मरने मारने पर उतारू हो सकती है। मृत लोगों, दिव्यांग, नाबालिग, रिश्तेदार, निर्दोष को भी आरोपी बनाया गया है। इससे स्पष्ट पता चलता है कि राजनीति से प्रेरित होकर पुलिस प्रशासन ने काम किया है।
पूर्व सांसद ने चांडिल डैम के मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार को विस्थापितों के हित में काम करना चाहिए न कि उनको डुबाया जाय। विस्थापितों को नौकरी, रोजगार, मुआवजा कुछ भी नहीं मिला है। ऐसे में उन्हें जबरन विस्थापित करने की मंशा उचित नहीं है। राज्य सरकार को चाहिए कि जरूरत के अनुसार पानी भंडारण करे, यदि उपयोगिता ही नहीं है तो भंडारण करके विस्थापितों को परेशानी में डालना उचित नहीं है। पूर्व सांसद ने राज्य सरकार से चांडिल डैम के बाढ़ प्रभावित लोगों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की। उन्होंने कहा सुवर्णरेखा बहुउद्देश्यीय परियोजना अधिकारियों और बिचौलियों के लिए दुधारू गाय बन गई हैं जहां वर्षों से विकास, विस्थापित के हित और पर्यटन के नाम पर सरकारी राशि की लूट हो रही हैं।