Dumka,4 July : पुलिस उप-महानिरीक्षक संथाल परगना क्षेत्र सुदर्शन मंडल, दुमका,पुलिस उप-महानिरीक्षक, SHQ, SSB, Gaya, Comdt. SSB-35, की शेयरिंग दोरजेई Dumka, उपायुक्त, दुमका रविशंकर शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक, दुमका अंबर लकड़ा के समक्ष आज भा0क0पा0 (माओवादी) संगठन के सक्रिय नक्सली सदस्य गंगा प्रसाद राय, उम्र करीब 27 वर्ष, पिता-गोदो राय, साo-मझला सरूवापानी,थाना-काठीकुण्ड, दुमका ने आत्म समर्पण किया। देशी राइफल के साथ उसने आत्मसमर्पण किया। वह वर्ष 2014 से वर्ष 2021 तक दस्ता में रहा। इसके द्वारा दस्ता में रहने के दौरान निम्नलिखित घटनाये अंजाम दी गईं:
1. वर्ष 2016 में काठीकुण्ड थानान्तर्गत ग्राम- ग्राम बसकिया पहाड़ में प्रतिबन्धित भा०कपा (माओवादी) उग्रवादियों द्वारा असंवैधानिक तरीक से नाजायज़ मजमा बनाकर एंव विस्फोटक पदार्थ को छुपाकर रखा गया था, जिसे बरामद किया गया था। इस घटना में यह संलिप्त रहा। (काठीकुण्ड थाना काण्ड सं0-41/16, दि0-07.07.2016)
2. वर्ष 2016 जून माह में ग्राम-आमपाड़ा में प्राथमिकी अभियुक्तों द्वारा षडयंत्र रचकर लेवी नहीं देने के कारण माओवादी/उग्रवादियों को गाँव में बुलाकर जानलेवा हमला कराने का प्रयास करना तथा अवैध देशी आग्नेयास्त्र एंव गोली बरामद होने से संबंधित घटना में यह नक्सली संलिप्त रहा।(रामगढ़ थाना काण्ड सं0-43/16 दिनांक-19.06.2016)
वर्ष 2014 से 2021 तक दुमका एवं संथाल परगना के अन्य जिलों में सक्रिय रहा है। वह जोनल कमाण्डर विजय दा उर्फ नन्दलाल मांझी (सैक सदस्य) एवं जोनल कमिटी सदस्य ताला दा के दस्ता के साथ क्षेत्र में भ्रमणशील रहा हैं।
उक्त नक्सली को झारखण्ड सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुर्नवास योजना के अन्तर्गत पुलिस अनुदान स्वरूप तत्काल 1,00,000 (एक लाख) रूपये व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था, प्रत्यार्पण एवं पुर्नवास नीति के तहत् अन्य सुविधायें दी जाएगी। उक्त उग्रवादी के विरूद्ध लंबित अपराधिक मामलों में मुकदमा लड़ने हेतु सरकार की ओर से निःशुल्क वकील की व्यवस्था की जाएगी। वह संगठन में दस्ता सदस्य रहा।
■ संगठन में शामिल होने का कारण
वर्ष 2015-2016 में माओवादी सहदेव राय उर्फ ताला दा, पिता-बदरी राय सा०-बडा सरवापानी, थाना-काठीकुण्ड, जिला-दुमका के संपर्क में आया। सहदेव राय उर्फ ताला दा द्वारा इसको रूपये का प्रलोभन देकर माओवादी संगठन की शामिल कर लिया।
■ संगठन छोड़ने का कारण
सहदेव राय उर्फ ताला दा द्वारा प्रलोभन देकर संगठन में जिस उद्देश्य से शामिल किया गया वैसा कोई लाभ दस्ता द्वारा नहीं दिया गया, बल्कि संगठन द्वारा शोषण किया जाता है। लोगों द्वारा बताया गया कि सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति बहुत अच्छा है। आत्मसमर्पण करने से सरकार द्वारा लाभ दिया जाता है जिससे प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करना चाहते है।
■।आगे क्या करना चाहते है
मुख्यधारा में जुड कर परिवार एवं समाज के बीच में रहकर अच्छा जीवन जीना चाहते है।
■ आपराधिक इतिहासः-02(दो) काण्ड
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● काठीकुण्ड थाना काण्ड 41/16 दिनांक-07/07/2016 धारा- 143/144/149 भ0द0वि0 एवं 4/5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 एवं 17 सी०एल०ए० एक्ट।
● रामगढ़ थाना काण्ड सं0-43/16 दिनांक-19/06/2016 धारा-387/307/506/120(बी)/34 भा0द0वि0 25(1-बी)ए/27/35 आर्स एक्ट एवं 17 सी०एल०ए० एक्ट