देश में हर माह की पहली तारीख से कुछ न कुछ बदलाव या नए नियम लागू होते हैं। 2021 के अगस्त माह की शुरुआत में भी ऐसा होने जा रहा है। रुपये—पैसों से 4 नए नियम या बदलाव 1 अगस्त 2021 से देश में लागू होने जा रहे हैं। इन बदलावों के चलते आपको कहीं सुविधा होगी तो कहीं जेब पर बोझ बढ़ जाएगा। आइए जानते हैं अगले माह से लागू हो रहे इन बदलावों के बारे में…
छुट्टी के दिन भी खाते में आएगी सैलरी
राष्ट्रीय स्वचालित निपटान व्यवस्था (एनएसीएच) 1 अगस्त, 2021 से सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध होगी। अभी यह सुविधा बैंकों के कामकाजी दिनों में ही उपलब्ध होती है। इसकी घोषणा रिजर्व बैंक ने जून माह में की थी। एनएसीएच, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा संचालित थोक भुगतान प्रणाली है। इसके जरिए कई क्रेडिट ट्रान्सफर मसलन लाभांश, ब्याज, वेतन और पेंशन का भुगतान किया जा सकता है। इसके अलावा एनएसीएच बिजली, गैस, टेलीफोन, पानी, ऋण की किस्तों यानी ईएमआई, म्यूचुअल फंड में निवेश और बीमा प्रीमियम भुगतान का संग्रहण भी करता है।
IPPB लेगा डोरस्टेप बैंकिंग के लिए चार्ज
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) 1 अगस्त 2021 से अपने ग्राहकों से डोरस्टेप बैंकिंग (Doorstep Banking) के लिए चार्ज लेना लागू करने वाला है। अभी IPPB (India Post Payments Bank) डोरस्टेप बैंकिंग के लिए कोई चार्ज नहीं लेता है लेकिन 1 अगस्त से बैंक अपने हर ग्राहक से डोरस्टेप बैंकिंग के मामले में चुनिंदा प्रॉडक्ट/सर्विसेज के लिए हर रिक्वेस्ट पर 20 रुपये प्लस जीएसटी वसूलेगा। जो लोग IPPB के ग्राहक नहीं हैं लेकिन IPPB की डोरस्टेप बैंकिंग के तहत कुछ सर्विस का लाभ लेते हैं, उनके लिए कोई चार्ज नहीं होगा।
नोटिस के मुताबिक बैंक जिन सर्विसेज पर 1 अगस्त से चार्ज लेने वाला है, वे इस तरह हैं…
IPPB खातों में फंड ट्रान्सफर पर 20 रुपये प्लस जीएसटी
दूसरे बैंक खातों में फंड ट्रान्सफर पर 20 रुपये प्लस जीएसटी
सेंड मनी सर्विस के तहत स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शंस, पीओएसबी स्वीप इन और पीओएसबी स्वीप आउट के लिए 20 रुपये प्लस जीएसटी
डाकघर के प्रॉडक्ट जैसे सुकन्या समृद्धि खाता, पीपीएफ, आरडी, एलएआरडी के लिए 20 रुपये प्लस जीएसटी
बिल पेमेंट्स के तहत मोबाइल पोस्टपेड और बिल पेमेंट के लिए 20 रुपये प्लस जीएसटी
सर्विस रिक्वेस्ट्स के मामले में अकाउंट सर्विसेज के तहत क्यूआर कोड रिइश्यू के लिए चार्ज 20 रुपये प्लस जीएसटी
असिस्टेड यूपीआई के लिए 20 रुपये प्लस जीएसटी
कैश विदड्रॉअल और कैश डिपॉजिट के लिए 20 रुपये प्लस जीएसटी
ICICI बैंक बढ़ा रहा है कुछ शुल्क
ICICI बैंक 1 अगस्त 2021 से कुछ शुल्कों में बढ़ोतरी करने वाला है। ये नियम बचत खातों के लेनदेन एटीएम ट्रांजेक्शन इंटरचेंज और चेकबुक से जुड़े हुए हैं। ICICI बैंक ने हर महीने 4 मुफ्त नकद लेन-देन की छूट दी है। इस लिमिट को क्रॉस करने पर 150 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन का चार्ज चुकाना होगा। 1 अगस्त से होम ब्रांच से हर महीने 1 लाख रुपये तक का नकद लेन-देन किया जा सकेगा। उससे अधिक के लेन-देन पर 5 रुपये प्रति 1000 रुपये का चार्ज लगेगा और न्यूनतम 150 रुपये देना ही होगा। वहीं नॉन होम ब्रांच से एक दिन में 25 हजार रुपये तक के लेन-देन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। इससे अधिक के लेन-देन पर 5 रुपये प्रति 1000 रुपये का शुल्क लगेगा। इसमें भी न्यूनतम 150 रुपये का चार्ज देना ही होगा।
एक साल में ICICI बैंक के ग्राहक को 25 चेक के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। इसके बाद प्रति 10 चेक के लिए 20 रुपये का अतिरिक्त चार्ज देना होगा। मुंबई, नई दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे 6 मेट्रो शहरों में महीने में 3 फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन मुफ्त रहेंगे। वहीं बाकी सभी शहरों में महीने में 5 ट्रांजेक्शन मुफ्त मिलेंगे। इससे अधिक एटीएम ट्रांजेक्शन करते हैं तो हर फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए 20 रुपये चुकाने होंगे, जबकि नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए 8.50 रुपये का चार्ज लगेगा।
ATM इंटरचेंज फीस में वृद्धि
बैंक 1 अगस्त 2021 से एटीएम से किए गए हर ट्रांजेक्शन पर इंटरचेंज फीस को फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये कर सकते हैं। वहीं नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए इंटरचेंज फीस को 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये कर सकते हैं। आरबीआई इसकी इजाजत पिछले माह दे चुका है। बैंक अपने ग्राहकों की सुविधा के लिये एटीएम लगाते हैं और दूसरे बैंकों के ग्राहकों को भी इसके जरिए सेवाएं दी जाती हैं। निर्धारित सीमा से अधिक उपयोग के एवज में वे शुल्क लेते हैं जिसे इंटरचेंज फीस कहते हैं। आरबीआई का कहना है कि एटीएम लगाने की बढ़ती लागत और एटीएम परिचालकों के रखरखाव के खर्च में वृद्धि को देखते हुए शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी गई है।