परिजनों की तरफ से होटल से गिरफ्तार निवारण महतो की ये तस्वीर जारी की गई है। जिनमें वे सब्जी बेचते नजर आ रहे हैं। (फाइल फोटो)
झारखंड में सरकार गिराने के मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। दरअसल, रांची पुलिस ने सरकार गिराने की साजिश के आरोप में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक सब्जी बेचने वाला और दूसरा दिहाड़ी मजदूर निकला। यह दावा खुद गिरफ्तार आरोपियों के परिजनों ने किया है।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इन्हें दो दिन पहले बोकारो में उनके घर से उठाया था। निवारण प्रसाद महतो बोकारो में सब्जी और फल की रेहड़ी लगाते हैं, वे साल 2019 में बोकारो से हम पार्टी के टिकट पर विधान सभा चुनाल लड़े थे . उनको 354 वोट मिले थे। जबकि अमित सिंह बीएसएल में ठीकेदारी में क्रेन चालक हैं।।
निवारण के परिजनों ने बताया कि पुलिस ने दोनों को दो दिन पहले यह कहकर उठाया था कि एक मामले में पूछताछ करनी है। एक-डेढ़ घंटे बाद छोड़ दिया जाएगा। उनको बोकारो सिटी थाना ले जाया गया था. आज जब वे वहां पूछताछ के लिये पहुंचे तो पुलिस ने कहा कि वे रांची कोतवाली जायेँ। इधर, पुलिस ने इन्हें रांची के एक बड़े होटल से गिरफ्तार करने का दावा किया है।
रोज कमाने-खाने वाले सरकार गिराने की साजिश कैसे कर सकते हैं?
परिजन ने बताया कि जब वे रांची आए तो उन्हें पता चला कि दोनों को सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। परिजन का कहना है कि रोज कमाने-खाने वाले दोनों लोगों का राजनीति से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं है। फिर ये सरकार गिराने की साजिश कैसे रच सकते हैं? उन्होंने कोतवाली थाने में अपनी बात रखनी चाही, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी।
एक कांग्रेसी नेता के दिमाग की उपज
बताया जाता है कि सारा मामला एक कांग्रेसी नेता के दिमाग की उपज हैं। उन्होंने क्रेडिट लेने के लिये ऐसा किया।
स्पेशल सेल का दावा- रांची के होटल से 4 आरोपी गिरफ्तार किए, 2 लाख कैश बरामद
इससे पहले स्पेशल सेल ने रांची के बड़े होटलों में गुरुवार से शुक्रवार देर रात तक ताबड़तोड़ छापा मारा है। यहां से 4 लोगों को 2 लाख कैश के साथ गिरफ्तार किया है। पूरी कार्रवाई कांग्रेस के बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह की शिकायत पर हुई है। जयमंगल ने 22 जुलाई को कोतवाली थाने में एक पत्र लिखकर विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई थी।
स्पेशल ब्रांच का दावा है कि ये लोग झारखंड में सरकार गिराने की साजिश के तहत विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए बड़ी रकम लेकर होटल में ठहरे हुए थे। शनिवार को गिरफ्तार 3 आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाना में राजद्रोह के तहत मामला दर्ज किया गया है। जबकि एक अन्य पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
कोतवाली थाने में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ स्नढ्ढक्र दर्ज हुई है। इन पर ढ्ढक्कष्ट की धारा 419, 420 124-्र, 120 क्च, 34 और क्कक्र एक्ट की धारा 171 के साथ क्कष्ट एक्ट की धारा 8/9 लगाई गई है।
दो दिन गुपचुप कार्रवाई हुई, शुक्रवार देर रात तक पड़े छापे
सूत्रों के अनुसार, स्पेशल ब्रांच को सूचना मिली थी कि राज्य में कुछ लोग सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। इस पर पुलिस की टीम ने गोपनीय तरीके से रांची के बड़े होटलों में गुरुवार और शुक्रवार को लगातार 2 दिन छापेमारी की। पुलिस ने लोअर बाजार थाना के इलाके के एक बड़े होटल से 4 लोगों को हिरासत में लिया। इन लोगों से भारी कैश की बरामदगी भी हुई है।
पूछताछ में चारों आरोपियों ने कई राज खोले हैं। पकड़े गए लोगों की निशानदेही पर राज्य के अन्य जिलों में भी जांच की जा रही है। पूछताछ में आए तथ्यों के आधार पर पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
साजिश के पीछे एक बड़े उद्योगपति का नाम
सूत्रों के मुताबिक, राज्य के सत्ता पक्ष के कई विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर आरोपियों द्वारा कोई बड़ी साजिश रची जा रही थी। इस पूरे मामले में एक बड़े उद्योगपति का नाम सामने आ रहा है। हालांकि, अभी पुलिस की ओर से इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। कई विधायकों के इन आरोपियों से संपर्क होने की बात सामने आ रही है।
झामुमो का आरोप- स्थिर सरकार को गिराना चाहती है भाजपा
मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का बयान आया है। भट्टाचार्य ने आरोप लगाया है कि भाजपा के इशारे पर झारखंड की स्थिर सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। भाजपा के बड़े नेता राज्य की हेमंत सरकार को गिराने के लिए कई महीनों से कोशिश कर रहे हैं।
भट्टाचार्य ने कहा कि कर्नाटक, मध्यप्रदेश और राजस्थान के बाद भाजपा ने झारखंड को अगला निशाना बनाया था, लेकिन उनकी साजिश नाकाम हो गई। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी हरकत करेगी, इसका अंदाजा पहले से था। दुमका उपचुनाव के समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा था कि बेरमो चुनाव के बाद सरकार गिर जाएगी।
भाजपा सांसद का तंज- हेमंत के विधायकों की कीमत बकरीद के बकरों से भी कम
क्चछ्वक्क के सांसद निशिकांत दूबे ने इस पूरे मामले पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि अब तो 2 लाख में 4 आदमी मिलकर झारखंड में विधायक खरीद रहे हैं। झारखंड के विधायक की कीमत मुख्यमंत्री जी ने 10 हजार लगा दी। बकरीद में तो बकरे की कीमत इससे कई गुना ज़्यादा है? धन्य ष्टरू, धन्य विधायक, धन्य पुलिस।
वहीं, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा- अंधेर नगरी, चौपट राजा। उन्होंने लिखा कि मालिक अगर अंधा हो जाए तो बिल्लियां थाली में साथ खाएंगी ही।
कांग्रेस के विधायक ने दर्ज कराई थी शिकायत
इस मामले मे कांग्रेस के बेरमो से विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने 22 जुलाई को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग हवाला के पैसे से विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश में हैं। वे स्थिर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में हैं। ऐसे 3-4 लोग रांची में कुछ दिनों से जमे हुए हैं।