आजकल की मतलब परस्त दुनिया में मानवता अभी भी जिंदा है इसका सबसे बड़ा उदाहरण सामाजिक संस्था अर्पण के पिन्टु भिरभरिया ने पेश किया।
साकची कालीमाटी रोड पर गुजर रहे मानगो आजाद बस्ती के रहने वाले परिवार का सैमसंग मोबाइल सड़क पर गिर गया जिसकी उनको जानकारी भी नहीं थी तभी पिन्टु भिरभरिया को यह मोबाइल प्राप्त हुआ और जब उक्त परिवार ने फोन किया तो उन्हें अर्पण के कार्यालय में बुलाकर फोन सौंप दिया गया।साथ ही कैंसर पीड़ित मरीज को प्लेटलेट्स की अत्यंत आवश्यकता थी इसी आवश्यकता की पूर्ति हेतु अर्पण परिवार से संपर्क किया संस्था के सदस्य शिवम शर्मा ने मरीज की गंभीरता देखते हुए प्लेटलेट्स दान किया।इन नेक कार्यों को सफल बनाने में संस्था के जूगुन पांडे, प्रिंस सिंह, घनश्याम भिरभरिया, सूरज चौबे एवं संतोष तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।