नई दिल्ली, देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में भले ही कमी दर्ज की जा रही हो लेकिन अभी भी औसतन 46,000 मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना के मामलों में पिछले हफ्ते से लगभग 13 फीसद की कमी दर्ज की गई है। हालांकि अभी भी देश के 71 जिले ऐसे हैं जहां केस पॉजिटिविटी 10 फीसद से ज्यादा है। सरकार का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए पूरी तैयारी रहेगी। हालांकि यह लहर कब आएगी उसने इस बारे में कोई मुकम्मल समय सीमा नहीं बताई है।
बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 46,617 नए मामले सामने आए जिससे देश में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3,04,58,251 हो गया है। वहीं एक दिन में संक्रमण से 853 लोगों की मौत के साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,00,312 हो गई है। हालांकि मरीजों के ठीक होने की दर 97 फीसद को पार कर गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के पीक के समय देश में जितने सक्रिय मामले थे उसमें 86 फीसद की कमी आई है।
वहीं नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का आना या नहीं आना, हमारे हाथ में है। तीसरी लहर के लिए हमारी पूरी तैयारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि हम अनुशासन में हैं और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हैं तो तीसरी लहर नहीं आएगी। देश के 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के 56 मामले सामने आए हैं। सरकार का यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया में डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कई देशों में यह वैरिएंट तीसरी लहर की वजह बन रहा है।