Chandil,30 June: हूल क्रांति दिवस के अवसर पर चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में सादगी पूर्वक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जहां सभी राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों ने सिदो कान्हू, चांद भैरव, फूलो झानो को श्रद्धांजलि दी। कई नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जल, जंगल, जमीन बचाने का संकल्प लिया, बाइक रैली भी निकाली गई। चांडिल प्रखंड के चिलगु पंचायत अंतर्गत ग्वालापाड़ा व चाकुलिया में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। बताया जाता है कि ग्वालापाड़ा मोड़ को शहीद सिदो कान्हू चौक तथा चाकुलिया मोड़ को शहीद निर्मल महतो चौक से नामकरण किया जाना था। लेकिन यहां एक पक्ष द्वारा चाकुलिया मोड़ पर निर्मल महतो चौक नामकरण को लेकर विरोध किया गया, जिसके कारण यहां पर कार्यक्रम नहीं हुआ पर ग्वालापाड़ा चौक का नामकरण संपन्न हुआ। ग्वालापाड़ा मोड़ पर सिदो कान्हू चौक का बोर्ड लगाया गया और श्रद्धांजलि दी गई। आयोजन समिति के भोक्ता मार्डी के नेतृत्व में सिदो कान्हू नामकरण बोर्ड लगाया गया। इस मौके पर सुभाष महतो, जगदीश महतो, सुसेन मार्डी, नित्यानंद महतो, बोस्को मुर्मू आदि लोग मौजूद थे। बताया जाता हैं कि इन दोनों ही कार्यक्रम में ईचागढ़ विधायक सविता महतो भी आमंत्रित थी, लेकिन निर्मल महतो चौक नामकरण को लेकर विरोध होने की सूचना मिलने पर विधायक नहीं पहुंची। सुभाष महतो ने बताया कि दोनों जगह पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिदो कान्हू तथा निर्मल महतो चौक का नामकरण किया जाना था। यहां हुल दिवस पर नामकरण व श्रद्धांजलि कार्यक्रम तय था। बाद में दोनों जगहों पर शहीदों की प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया गया था लेकिन चाकुलिया मोड़ को निर्मल महतो चौक नामकरण को लेकर एक पक्ष ने विरोध किया जिसके कारण निर्मल महतो चौक नामकरण नहीं हो पाया। ग्वालापाड़ा मोड़ का नामकरण सिदो कान्हू चौक के रूप में हुआ। निर्मल महतो चौक को लेकर कुछ लोगों द्वारा विरोध किए जाने पर सुभाष महतो ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि शहीद निर्मल महतो ने अलग झारखंड राज्य के लिए शहादत दी है, उनके त्याग के फलस्वरूप हमें अलग राज्य मिला।