पटना। महारानी वेब सीरीज के एक डायलॉग (हमसे 50 लीटर दूध दुहा लीजिए…. पांच सौ गोबर का गोयठा ठोंका लीजिए, लेकिन एक दिन में इतनी फाइल पर अंगूठा नहीं लगा सकती !) ने बिहार की सियासत को गरमा दिया है। इस डायलॉग और वेब सीरीज के रानी भारती के किरदार को लोग राबड़ी देवी से जोड़कर देख रहे हैं। इसके बाद बिहार में नेताओं के बीच वाक युद्ध शुरू हो गया है।
वेब सीरीज रिलीज होने के 3 दिन बाद राबड़ी देवी की छोटी बेटी रोहिणी मां के बचाव में उतर आई हैं और बुद्धिजीवियों पर सवाल खड़ा किया है। रविवार को लालू की छोटी बेटी ने सोशल मीडिया पर बुद्धिजीवियों को राक्षस बताया है। साथ ही चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका कांड को लेकर सरकार पर भी निशाना साधा है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि बालिका कांड भी एक धारावाहिक का हिस्सा नहीं था… बिहार के इतिहास में दर्ज हुआ एक ऐसा धब्बा है जिसे पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी द्वारा रचा गया। यह राक्षसी कारनामा है। रोहिणी ने आगे लिखा- पढ़-लिख कर बुद्धिजीवी बनकर क्या कर लिया तुमने? मानवता को भूल कर राक्षसी प्रवृत्ति को अपना कर लूट लिया बालिका गृह कांड में… मासूम अबला की इज्जत तुमने !
क्या बुद्धिजीवियों का यही काम है?
मुख्यमंत्री की ओर से कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को हर माह 1500 रुपए दिए जाने की घोषणा पर रोहिणी ने लिखा है- यही फुर्ती पहले दिखा जाते… ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और हॉस्पिटल को समय रहते चुस्त-दुरुस्त किया होता तो हजारों जान तड़प-तड़प कर यूं न गई होतीं। हर बार की भांति अपनी नाकामी को छुपाने की यही तेरी चाल है.. क्या बुद्धिजीवियों का यही काम है?
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बिहार के एक-एक गांव में सौ-सौ लोग मर रहे हैं, फिर भी नीतीश सरकार सो रही है।
बिहार की सियासत से कैसे जुड़ी है वेब सीरीज
महारानी वेब सीरीज पर सियासी तूफान शुरू होने के पीछे वजह उसकी कहानी है। जिसे लोग बिहार की सियासत से जोड़ कर देख रहे हैं। कहने को इसमें मुख्य किरदार रानी भारती का है, लेकिन कहानी उस राबड़ी देवी की है जिन्हें लालू प्रसाद के चारा घोटाले में बुरी तरफ फंसने के बाद आनन-फानन में बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री बना दिया गया था।
रानी भारती का कैरेक्टर हुमा कुरैशी ने निभाया है। करण शर्मा द्वारा निर्देशित इस वेब सीरीज में रानी भारती ठीक से शपथ भी ग्रहण नहीं कर पातीं। उनसे जब कहा जाता है कि अपना नाम लीजिए तो वे इसी बात को दोहराने लगती हैं। अक्षुण्ण शब्द को वह छुछुन्न कहती हैं। उसका एक डायलॉग है- हमसे 50 लीटर दूध दुहा लीजिए…. पांच सौ गोबर का गोयठा ठोंका लीजिए, लेकिन एक दिन में इतनी फाइल पर अंगूठा नहीं लगा सकती!
…इसलिए राबड़ी देवी बनी थीं सीएम
1956 में गोपालगंज में जन्मी राबड़ी देवी की शादी 1973 में हुई थी। उस समय उनकी उम्र 17 साल थी। उन्हें 7 बेटियां और दो बेटे हैं। 27 जुलाई 1997 को लालू प्रसाद के चारा घोटाले में फंसने के बाद सरकार बचाने के लिए उन्हें बिहार का CM बनाया गया था। वह राघोपुर से तीन बार चुनाव जीत चुकी हैं, लेकिन 2010 में वे राघोपुर और सोनपुर दोनों जगह से चुनाव हार गईं।
JDU का पलटवार
वहीं, इस पूरे मामले पर रोहिणी के हमले के बाद पूर्व मंत्री और JDU नेता नीरज कुमार ने कहा कि बालिका कांड में तो सजा हो रही है। वह सामाजिक कुकृत्य था। सरकार को जैसे पता चला कार्रवाई की गई। वे अब जेल की सलाखों के अंदर पाप की सजा काट रहे हैं। लेकिन लालू-राबड़ी राज भी लोगों को याद है जब 5,263 महिलाओं के साथ कुकृत्य हुआ था। उस पर क्या कार्रवाई हुई बताएं? रोहिणी के बारे में कहा कि वे आर्थिक रूप से संपन्न पर भाषाई रूप से दरिद्र लोग हैं।