, राज्य में लगातार हो रही बारिश
रांची, यास तूफान ओडिशा में कहर बरपा रहा है। यह चक्रवातीय तूफान कल यानि गुरुवार सुबह को झारखंड पहुंचेगा।
झारखंड में अब तक इससे ज्यादा भीषण चक्रवात नहीं आया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद बताते हैं कि अब बंगाल की खाड़ी में बनने वाला कोई चक्रवात इस रूट से देश में दाखिल नहीं हुआ है। यास सबसे असाधारण और अपूर्व मार्ग से झारखंड में प्रवेश कर रहा है। ये रूट बंगाल की खाड़ी से झारखंड तक पहुंचने का सबसे छोटा रूट है। ऐसे में समुद्र से दूरी कम होने के कारण चक्रवात की तीव्रता सबसे ज्यादा रहेगी। इससे पहले समुद्र से दूरी ज्यादा होने के कारण झारखंड में पहुंचते-पहुंचते चक्रवात की गति कम हो जाती थी।
– आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कल सुबह यास झारखंड पहुंचेगा तब इसके हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। ओडिशा के अंदर के जिलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी। तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है। अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी। इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगा।
इधर, यास की आहट से पूर्व ही राज्य में बुधवार की सुबह से ही असर दिखने लगा। सुबह से ही राज्य के लगभग सभी जिलों में बारिश के साथ हवाएं भी चल रही हैं।
यास चक्रवात के कारण दक्षिणी जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा में कहीं-कहीं तेज बारिश हो रही है। साथ ही 40-50 किमी प्रतिघंटा के रफ्तार से हवा चल रही है। रांची में मंगलवार से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। राज्य के शेष इलाकों में सामान्य रूप से बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि बुधवार को यास चक्रवात उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पास तट से टकराएगा। रांची सहित हजारीबाग, रामगढ़, सिमडेगा, खूंटी जिले में लगातार बारिश हो रही है। रह-रहकर तेज हवा भी चल रही है।
इस वक्त 180 किमी की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है। चक्रवात के बुधवार शाम से रात तक झारखंड के दक्षिणी जिले पूर्वी सिंहभूम से राज्य में प्रवेश करेगा। इस दौरान दक्षिणी जिलों में अति भारी बारिश के साथ 80-120 किमी की रफ्तार से तेज हवा चलने की आशंका है। राज्य में चक्रवात का केंद्र सरायकेला-खरसावां जिले में रहने की संभावना है। इससे पहले समझा जा रहा था कि राज्य में चक्रवात का केंद्र जमशेदपुर में होगा।
राज्य के अन्य जिलों पर भी दिखेगा असर
इसके साथ ही, बुधवार को चक्रवात का व्यापक असर राजधानी रांची, खूंटी, गुमला, धनबाद, बोकारो, रामगढ़ और लोहरदगा में भी देखने को मिलेगा। इन जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान 50-70 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान के आधार पर दक्षिणी जिलों के लिए रेड अलर्ट, गुमला, खूंटी और रांची के लिए यलो अलर्ट और बोकारो, लोहरदगा, और रामगढ़ के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
28 मई तक चक्रवात का दिखेगा असर
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि गुरूवार को राज्य में दक्षिणी जिलों में सुबह से शाम तक कई स्थानों पर अति भारी बारिश तो कुछ स्थान पर भारी बारिश देखने को मिलेगा। वहीं राज्य के मध्य जिले रांची, हजारीबाग, बोकारो, गुमला, रामगढ़ और खुटी के साथ उत्तर पश्चिम जिले पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के कुछ स्थान पर भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा शेष जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। गुरुवार के लिए भी मौसम विभाग ने दक्षिणी भाग के लिए रेड अलर्ट और शेष राज्य के लिए आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान 50-70 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। उन्होंने बताया कि राज्य में चक्रवात का प्रभाव 28 मई तक देखने के लिए इसके बाद असर धीरे-धीरे कम हो जाएगा।