प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली एक कमेटी ने 24 मई को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (CBI) के डायरेक्टर की पोस्ट के लिए तीन IPS अधिकारियों को शॉर्टलिस्ट किया। ये CISF के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार जायसवाल, स्पेशल सेक्रेटरी (इंटरनल सिक्योरिटी) VSK कौमुदी और सशस्त्र सीमा बल के डायरेक्टर जनरल कुमार राजेश चंद्रा हैं।
इस पोस्ट के लिए BSF के चीफ राकेश अस्थाना को दौड़ में आगे माना जा रहा है। इसके साथ ही NIA के प्रमुख YC मोदी के नाम की भी अटकलें थी लेकिन ये दोनों ही शॉर्टलिस्ट नहीं हुए।
एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अस्थाना और मोदी केंद्र सरकार के पसंदीदा थे लेकिन मीटिंग में मौजूद देश के चीफ जस्टिस NV रमन्ना के सुप्रीम कोर्ट के नौकरी में छह महीने से कम की अवधि वाले अधिकारियों पर इस पोस्ट के लिए विचार नहीं करने से जुड़े फैसले का संदर्भ देने के बाद इन्हें शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया। जस्टिस रमन्ना कमेटी के सदस्यों में शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस फैसले का पहले कभी इस्तेमाल नहीं किया गया है।
मनीकंट्रोल इस रिपोर्ट की अलग से पुष्टि नहीं कर सका है।
अस्थाना 1 अगस्त और मोदी 31 मई को रिटायर हो रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता होने के लिहाज से कमेटी के तीसरे सदस्य कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने जस्टिस रमन्ना की दलील का समर्थन किया।
सूत्रों ने बताया कि तीनों शॉर्टलिस्टेड अधिकारियों में से जायसवाल को इस पोस्ट के लिए चुने जाने की अधिक संभावना है।