Post mortem : डॉक्टर पर रिपोर्ट देने के लिए 75 हज़ार रुपये मांगने के आरोप से सनसनी: बैंक कर्मी का मामला

पैसे के लिए डॉ विकास ने 24 बार किया मृतक के पुत्र को कॉल

Bokaro, 21 May: बोकारो के एक दिवंगत बैंक कर्मी के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट देने के एवज में डॉक्टर द्वारा ₹75000 मांगे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है । आरोपित डॉ विकास पांडे ने इसे साजिश करार दिया है ,जबकि सिविल सर्जन डॉ राजेश पाठक ने मामले की जांच की बात कही है बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन ने इस मामले को मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल तक ले जाने की बात कही है ।चास अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम के नाम पर वसूली का धंधा लंबे अरसे से चल रहा है ।जहां तक डॉक्टर विकास पांडे का सवाल है लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थापित हैं ।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विशेषकर सरकारी मुलाजिम की मौत होने पर लेन-देन का खेला बड़े पैमाने पर होता है ,क्योंकि आश्रित को नौकरी के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आवश्यक होता है ।इस मजबूरी का लाभ उठाने के चक्कर में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर मानवता को किनारे रखकर वसूली करते हैं । इस बार मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है। बैंक एसोसिएशन को माने तो जिस व्यक्ति को शराब पीने की बात कही जा रही है उसका दूर-दूर तक शराब समेत अन्य नशीली वस्तुओं से कोई संबंध नहीं था झारखंड में आदिवासी मुख्यमंत्री हैं तथा मृतक बैंक कर्मी भी आदिवासी है ।इसके बावजूद रुपए मांगने में डॉक्टर विकास पांडे ने कोई परहेज नहीं की ।
इस मामले में एक ऑडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें डॉक्टर साफ तौर पर ₹75000 की मांग करते हुए सुने जा रहे हैं. आरोप लगने के बाद डॉ. विकास ने मीडिया में बयान देकर कहा है कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है ।उनके मुताबिक मृतक के परिवार अपने मुताबिक रिपोर्ट बनवाना चाह रहे थे जो उन्होंने नहीं माना. उन्होंने तीन बार कहा कि उन्हें बार-बार फोन किया जा रहा था. फोन कर पैसे का प्रलोभन दिया जा रहा था. एक साजिश रची जा रही थी, उन्हें फंसाने के लिए जबकि सच यह कि डॉ विकास ने 24 बार पैसे के लिए किया मृतक के बेटे को फोन किया। 17 मई को डॉक्टर विकास ने 10 बार कॉल किया, जिसे मृतक के बेटे ने रिसीव नहीं किया. कॉल मिस्ड शो कर रहा है. 17 मई को ही नौ बार डॉक्टर विकास ने फिर से कॉल किया जिस दौरान डॉक्टर की मृतक के बेटे से बात हुई. जो बात हुई है वह सार्वजनिक भी हो चुकी है। 18 मई को फिर से डॉक्टर विकास ने सात बार कॉल किया और मृतक के बेटे से बात की. यह बेहद चौकाने और गौर करने वाली बात है. आखिर एक शव का पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर मृतक के परिजनों को दो दिन में 24 बार क्यों कॉल करता है. बैंक ऑफ इंडिया एंप्लाइज एसोसिएशन के संगठन महासचिव सिद्धेश नारायण दास ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को इस संबंध में पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। वित्त मंत्री को भी पत्र लिखा जा रहा है। कार्रवाई नहीं होने पर बैंक कर्मी आंदोलन का मार्ग अपनाएंगे।

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