पुणे
कोरोना की टेस्टिंग पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बड़ा फैसला लिया। ICMR ने घर में कोरोना का टेस्ट करने के लिए एक रैपिड एंटीजन टेस्ट किट को मंजूरी दे दी। यह टेस्टिंग किट पुणे की मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशन कंपनी बना रही है। इस किट के जरिए लोग सिर्फ 2 मिनट में खुद टेस्टिंग कर 15 मिनट में रिजल्ट प्राप्त कर सकते हैं। इस टेस्टिंग किट की कीमत सिर्फ 250 रुपए रखी गई है।
देश के साढ़े 7 लाख फार्मेसी स्टोरी पर होगी उपलब्ध
कंपनी के फाउंडर सुजीत जैन ने बताया, ‘मायलैब इंडिया की पहली ऐसी कंपनी है, जिसकी होम बेस या सेल्फ टेस्टिंग किट को मंजूरी मिली है। COVISELF नाम से यह टेस्ट किट मार्केट में लांच होने जा रही है।’ उन्होंने बताया यह होम टेस्टिंग किट है। इसे 7.5 लाख फार्मेसी स्टोर पर ऑफलाइन और सभी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
ऐसे इस्तेमाल करनी है होम टेस्टिंग किट
मायलैब कोवीसेल्फ ऐप गूगल प्ले और एप्पल स्टोर से डाउनलोड करना है।
ऐप खोलने के बाद एक फॉर्म आएगा और उसे भरने के बाद यह टेस्टिंग के लिए तैयार हो जाएगा।
हाथ धोने और सैनिटाइज करने के बाद किट से निकले उपकरणों को साफ जगह पर रखना है।
सबसे पहले बफर ट्यूब को खोलना है।
किट के साथ मिलने वाली नेजल स्वॉब स्टिक को संबंधित व्यक्ति के नाक में दो से तीन सेंटीमीटर अंदर तक डाल कर अच्छी तरह से नमूने को कलेक्ट करना है।
इसके बाद नेजल सैम्पल को बफर ट्यूब में डालना है और दबाते हुए उसे 10 बार हिलाना है और फिर नेजल स्वॉब स्टिक को तोड़ देना है।
इसके बाद ट्यूब को सील करना है और टेस्टिंग कैसेट पर दो बूंद डालनी है। इसके बाद टेस्ट की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
इसके बाद पहले C लाइन आती है। जो यह दर्शाता है कि हमारा टेस्ट सही ढंग से हुआ है। इसके बाद T लाइन आती है। अगर यह दोनों लाइन आती हैं तो यह माना जाता है कि संबंधित व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है।
15 मिनट तक अगर T लाइन नहीं आती है तो हम यह मान कर चलें कि संबंधित व्यक्ति निगेटिव है। इसके बाद इसकी इमेज क्लिक कर उसे ICMR की वेबसाइट पर अपलोड करना है और उनकी ओर से एक रिपोर्ट भी मिल जाएगी।
इस टेस्टिंग किट के साथ एक इंस्ट्रक्शन मैनुअल भी दिया जा रहा है, जिससे आसानी से इसके इस्तेमाल के तरीके को समझा जा सकता है।
ICMR ने इसके इस्तेमाल को लेकर जारी की एडवाइजरी
इसके इस्तेमाल के लिए नई एडवाइजरी भी ICMR की ओर से जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि यह ‘होम टेस्टिंग किट’ सिर्फ सिम्प्टमेटिक मरीजों के लिए है। ऐसे लोग जो लैब में कन्फर्म केस के सीधे संपर्क में आए हैं वे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लोगों को होम टेस्टिंग किट बनाने वाली कंपनी के बताए मैन्युअल तरीके को फॉलो करना होगा।