111 save life नर्सिंग होम की जांच करने पहुंचे ADC, टेम्पो यूनियन उतरा सड़क पर,डॉ आनंद को चौतरफा घेरने की तैयारी

Adityapur,19 May: आदित्यपुर- 2 स्थित 111 सेव लाइफ़ अस्पताल की जांच करने एडीसी सुबोध कुमार के नेतृत्व में 8 सदस्यीय टीम बुधवार को पहुंची. एडीसी ने बताया कि उपायुक्त द्वारा इस जांच टीम का गठन किया गया है जिसे 72 घंटों में रिपोर्ट देना है। इस बीच अस्पताल प्रबंधन द्वारा मंगलवार को जिले के उपायुक्त से अस्पताल में इलाजरत मरीजों को अन्यत्र शिफ्ट किए जाने के संबंध में एक पत्र भेज कर विवाद को ट्विस्ट करने की भी कोशिश की गई है।गत शनिवार को अस्पताल के संचालक डॉ ओपी आनंद ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के मौखिक आदेश पर जांच को पहुंचे प्रभारी सिविल सर्जन एवं दो अन्य पदाधिकारियों को अपेक्षित सहयोग करने के बजाय उनके साथ बदसलूकी की थी. डॉक्टर आनंद ने मीडिया के समक्ष स्वास्थ्य मंत्री एवं जांच अधिकारियों के खिलाफ बेहद ही गैर जिम्मेदाराना और अश्लील शब्दों का प्रयोग किया था. इस मामले में प्रभारी सिविल सर्जन की शिकायत पर आरआईटी थाने में कांड संख्या 68/ 21 के तहत धारा 341, 323, 340, 304, 506 और 188 के तहत मामला भी दर्ज किया गया है। सभी धाराएं गैर जमानती हैं. उन्हें 48 घंटों के भीतर जवाब देने को कहा गया था. हालांकि सोमवार को डॉक्टर आनंद ने वीडियो जारी कर अपने बयान पर माफी मांगते हुए मीडिया पर पीत पत्रकारिता करने का आरोप लगा दिया. जांच अधिकारियों पर परेशान करने का भी आरोप लगाया था. वहीं मंगलवार को जिले के उपायुक्त के नाम एक सूचना अपने अस्पताल के गेट पर चस्पा कर उन्होंने एक नया विवाद को जन्म दे दिया. जांच टीम में सरायकेला एसडीओ रामकृष्ण कुमार, गम्हरिया सीओ मनोज कुमार, राजनगर सीओ धनंजय राय, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉक्टर जुझार माझी व अन्य डॉक्टर एवं पदाधिकारी शामिल हैं.
डॉक्टर ओ पी आनंद ने अमर्यादित भाषा में सरकार के मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जो चुनौती दी उसकी सर्वत्र निंदा की जा रही है।डॉक्टर ओ पी आनंद को स्वास्थ्य विभाग और मंत्री से परेशानी हो सकती है लेकिन सार्वजनिक रूप से उसकी अमर्यादित अभिव्यक्ति को कोई पचा नही पा रहा।
टेम्पो चालक उतरे सड़क पर , कोरोना नहीं होता तो डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलते

कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। अब टेंपो चालक यूनियन के सदस्यों ने भी डॉक्टर के इस बयान के प्रति कड़ा विरोध दर्ज किया है.बुधवार को सरायकेला- खरसावां शिक्षित बेरोजगार ऑटो यूनियन के सदस्यों ने सड़क पर अपना ऑटो खड़ा कर डॉक्टर ओपी आनंद का विरोध करते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. ऑटो चालक यूनियन के सदस्यों का कहना है, कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ऑटो चालकों के अभिभावक और सुख- दु:ख के साथी हैं. ऐसे में इस कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्री के प्रति अशोभनीय भाषा का प्रयोग करना ओछी मानसिकता को दर्शाता है. ऑटो यूनियन के अध्यक्ष ओम सिंह फिलहाल शहर से बाहर हैं. इन्होंने दूरभाष के माध्यम से सदस्यों को संबोधित करते हुए कोरना काल के मद्देनजर विरोध करने का निर्णय लिया. यूनियन के सदस्यों ने कहा कि यदि कोरोना महामारी का प्रकोप नहीं होता तो, वे डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जबरदस्त आंदोलन करते, लेकिन अभी सभी सुरक्षित माहौल में रहते हुए दूसरों को भी सुरक्षित रहने की अपील कर रहे हैं. यूनियन ने विभिन्न माध्यमों से डॉक्टर के खिलाफ विरोध जारी रखने का ऐलान किया.

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