प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को किसान सम्मान निधि स्कीम की 8वीं किस्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी की। इस दौरान प्रधानमंत्री के संबोधन में कोरोना को लेकर उनकी चिंता साफ नजर आई। मोदी ने कहा कि हम एक अदृश्य शत्रु का सामना कर रहे हैं। इससे युद्धस्तर पर लड़ाई जारी है। साथ ही कहा कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। ग्रामीणों को मास्क पहनने समेत बचाव के दूसरे उपाय जरूर करने चाहिए।
प्रधानमंत्री के भाषण की अहम बातें
100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। हम अपने बहुत से करीबियों को खो चुके हैं। बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियों ने सहा है, वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।
इस संकट के समय में दवाइयों और जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी और कालाबाजारी में भी कुछ लोग अपने निहित स्वार्थ के कारण लगे हुए हैं। मैं राज्य सरकारों से आग्रह करूंगा कि ऐसे लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। ये कृत्य मानवता के खिलाफ है।
भारत हिम्मत हारने वाला देश नहीं है, भारत और कोई भारतवासी हिम्मत नहीं हारेगा। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है। इसलिए जब भी आपकी बारी आए तो टीका जरूर लगवाएं।
ये टीका हमें कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा कवच देगा, गंभीर बीमारी की आशंका को कम करेगा। मास्क और दो गज की दूरी के मंत्र को हमें छोड़ना नहीं है।