नई दिल्ली,। एक मई से जब सभी संस्थानों और निजी अस्पतालों को वैक्सीनेशन करने की छूट मिलेगी तो निजी सेंटरों को अपने यहां बची सरकारी वैक्सीन के डोज लौटाने होंगे। शुक्रवार को राज्यों के सभी अपर मुख्य सचिवों और प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) को भेजे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसके साफ निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक मई से टीकाकरण की पूरी प्रणाली बदलने जा रही है। इसके संबंध में राज्यों को गाइड़लाइंस जारी कर दी गई है।
इन्हें मुफ्त मिलेगी वैक्सीन
गाइडलाइंस के अनुसार एक मई से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के साथ-साथ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइंस वर्कर्स को ही मुफ्त वैक्सीन मिल सकेगी, जिसे केंद्र सरकार उपलब्ध कराएगी। ये मुफ्त वैक्सीन सिर्फ सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होंगी। अभी तक सरकारी अस्पतालों में मुफ्त और निजी कोविड सेंटरों में 250 रुपये में ये वैक्सीन लगाई जाती थी।
निजी वैक्सीन सेंटरों पर रखें निगरानी
राजेश भूषण के पत्र में राज्यों को साफ-साफ निर्देश दिया गया है कि वे निजी वैक्सीन सेंटर पर मौजूद डोज की निगरानी रखें और 30 अप्रैल तक लगने के बाद बची वैक्सीन नजदीक की कोल्ड चेन को वापस कर दें। जाहिर है वापसी के बाद इन वैक्सीन का इस्तेमाल सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण के लिए किया जाएगा।
सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 45 साल से ज्यादा उम्र के जिन लोगों ने निजी वैक्सीन सेंटर पर 250 रुपये में वैक्सीन लगवाई थी, उन्हें अब ये सुविधा निजी वैक्सीन सेंटर पर उपलब्ध नहीं होगी। दूसरा डोज लेने के लिए उन्हें सरकारी अस्पताल में जाना होगा, जहां उन्हें मुफ्त में वैक्सीन मिलेगी। दरअसल एक मई से राज्यों और निजी अस्पतालों का अभियान भी साथ ही चलेगा। उनके लिए कंपनियों से फिलहाल अलग रेट तय किए हैं।