बीएसएल ने लखनऊ, उत्तर प्रदेश को रवाना किया 50 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, -नहीं टूटेगी करोना मरीजों की साँसों की डोर

बोकारो 23 april
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) कोविड-19 से जंग जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है. देश में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की ज़रूरत को पूरा करने के लिए सेल अपने विभिन्न संयंत्रों में स्थित ऑक्सीजन प्लांट द्वारा उत्पादन किये गए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रतिदिन विभिन्न राज्यों को कर रहा है ताकि करोना से संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिले और उनकी साँसों की डोर टूटने न पाए.
इस श्रृंखला में 23 अप्रैल को बोकारो इस्पात संयंत्र में मेसर्स आईनोक्स द्वारा संचालित आक्सीजन प्लांट एवं बीएसएल के कैप्टिव प्लांट में उत्पादित लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को ऑक्सीजन एक्सप्रेस से आये हुए लखनऊ, उत्तर प्रदेश के तीन टैंकरों में लोड कर बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश, अधिशासी निदेशक(सामग्री प्रबंधन) वी के पाण्डेय, अधिशासी निदेशक(संकार्य) अतनु भौमिक, मुख्य महाप्रबंधक (सेवाएं) बी के तिवारी, दक्षिण पूर्व रेलवे के एरिया मैनेजर प्रभात कुमार एवं अन्य वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में लखनऊ, उत्तर प्रदेश के लिए लगभग 50 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन रवाना किया गया.

ज्ञातव्य है कि केवल अप्रैल माह के शुरुआत से लेकर अभी तक बोकारो इस्पात संयंत्र में मेसर्स आईनोक्स द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट से झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा मध्यप्रदेश के अस्पतालों के लिए 1438 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ती तथा 991 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा महाराष्ट्र के सिलिंडर फिल्लर एजेंसियों को आपूर्ति किया जा चुका है और इसकी आपूर्ति आगे भी जारी रहेगी. इस प्रकार, अगस्त 2020 से अब तक बोकारो स्टील प्लांट से 6900 टन से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है.
देश में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए बोकारो स्टील प्लांट लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पदान बढ़ाने को भी तैयार है.
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) तथा भारतीय रेलवे के सहयोग से पहली बार लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को लखनऊ के लिए रेल मार्ग से रवाना किया गया है. रेल मार्ग से ऑक्सीजन की आपूर्ति कम समय में हो सकेगी और जिसका लाभ करोना मरीजों को मिल पाएगा.

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