नई दिल्ली, देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच केंद्र सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन और दवा (Remdesivir) दवा के निर्यात पर रोक लगा दी है। दवा पर यह रोक तब तक लगी रहेगी जब तक कि देश में कोरोना की स्थिति ठीक नहीं हो जाती है। लोगों और अस्पतालों तक इस दवा आसानी से पहुंच के लिए केंद्र सरकार ने कई कदम उठाए हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि सरकार आने वाले दिनों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग में और वृद्धि होने की संभावना है। डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स दवा के घरेलू निर्माताओं के साथ संपर्क में है, ताकि रेमडेसिविर के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सके।
भारत सरकार ने रेमडेसिविर के सभी घरेलू निर्माताओं से अपनी वेबसाइट पर दवा का उपयोग करने के लिए उनके स्टॉकिस्ट/ वितरकों का विवरण प्रदर्शित करने की सलाह दी है। ड्रग्स इंस्पेक्टर और अन्य अधिकारियों ने स्टॉक को सत्यापित करने और होर्डिंग और ब्लैक मार्केटिंग को रोकने के लिए उपाय किए हैं। बता दें कि पिछले दिनों में देश में कोरोना संक्रमण के इलाज में अहम रोल निभा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबजारी के कई मामले सामने आए हैं।
मुंबई में रेमडेसिविर की 284 शीशी के साथ दो गिरफ्तार
कोरोना संक्रमण के इलाज में अहम रेमडेसिविर इंजेक्शन की 284 शीशियों के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस ने पिछले शुक्रवार को यह जानकारी दी थी। एक अधिकारी ने बताया कि क्राइम ब्रांड की एक्स यूनिट ने गुरुवार की शाम को अंधेरी (पूर्व) में सरफराज हुसैन नामक व्यक्ति को रेमडेसिविर इंजेक्शन की 12 शीशियों के साथ गिरफ्तार किया।