Jamshedpur,9 April .आज जिस प्रकार कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा साकची में संप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास किया गया यह बिल्कुल निंदनीय है क्योंकि जब सरकार ने कोरोना के मद्दे नज़र 144 लागू किया है और 5 से अधिक व्यक्तियों के जमाव तक पर रोक लगा दी है तब कुछ शरारती तत्व नरसिंहानन्द की तस्वीर बना पुतला फूंकने का जो काम किया वह न सिर्फ गैर कानूनी है ,अपितु सौहाद्र बिगाड़ने की शरारत है। यह उद्दंडता का परिचायक है । अगर उनके गुरु या किसी को किसी ने गाली दी है तो इसका विरोध 144 को देखते हुए बाकायदा ज़िला प्रशासन की अनुमति लेकर मर्यादित तरीके से करना चाहिए था। उन्हें पुलिस प्रशासन के पास जाकर शिकायत दर्ज करानी चाहिए, मुकदमा दर्ज कराना चाहिए था।
नरसिंहानन्द
उक्त बातें भाजपा नेता अभय सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी कर कही । उन्होंने झारखंड सरकार से इस प्रकार पुतला फूंकने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की। ऐसे लोग जो नियम कानून को नहीं मानते हैं उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए । सैकड़ों की संख्या में साकची गोल चक्कर पर इस प्रकार जुलूस धरना प्रदर्शन कर कानून की धज्जियां उड़ाना न न्याय संगत है , न आपसी सौहाद्र के लिए वांछित था। आश्चर्य की बात है कड़े निषेधाज्ञा निर्देशों के बीच यह सार्वजनिक पुतला दहन पुलिस कर्मियों के समक्ष किया गया।पुलिस प्रशासन स्थल पर तैनात यातायात पुलिस कर्मी से भी सूचना संपुष्ट कर सकता है।
जिला प्रशासन से उन्होंने मांग की जितने लोग आये थे उनके वीडियो फुटेज निकाल कर उन पर कठोर कार्रवाई करें और उन्हें जेल की सलाखों के अंदर भेजें अन्यथा इसके विरोध में हम भी आगे आएंगे।