पुणे
26 मार्च को पुणे में होने वाले दूसरे वनडे से पहले इंग्लैंड को झटका लगा है। इंग्लिश कप्तान ओएन मोर्गन और विकेटकीपर बल्लेबाज सैम बिलिंग्स पहले वनडे में चोटिल हो गए। इन दोनों के दूसरे वनडे में खेलने पर सस्पेंस है। मोर्गन उंगली में चोट और बिलिंग्स सीने में चोट से जूझ रहे हैं।
पहले वनडे में इंग्लैंड टीम को भारत के हाथों 66 रन से हार झेलनी पड़ी थी। इस मैच के दौरान मोर्गन को दाएं हाथ के अंगुठे और इंडेक्स फिंगर में चोट लगी। इस चोट के लिए उन्हें 4 टांके लगाए गए। वहीं, फील्डिंग के दौरान बिलिंग्स डाइव लगाते वक्त सीने में चोट लगा बैठे। उन्हें तत्काल फील्ड से बाहर ले जाया गया था। हालांकि, वे बैटिंग करने आए थे।
फिट होने की कोशिश में जुटे ओएन मोर्गन
मैच के बाद मोर्गन ने कहा कि वे फिलहाल कुछ घंटे इंतजार करेंगे और देखेंगे की चोट में क्या सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं अपने आप को फिट करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि शुक्रवार को मैच में खेल सकूंगा। मोर्गन ने पहले वनडे में 22 रन की पारी खेली थी।
बिलिंग्स ने सीने में चोट की वजह से फील्डिंग नहीं किया
बिलिंग्स के बारे में पूछे जाने पर मोर्गन ने कहा कि मैंने उनसे बैटिंग को लेकर कोई बात नहीं की है। इसलिए मुझे उनके स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मेरे केस में मैं अभी तो 100% फिट नहीं हूं, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि मैं बैट नहीं उठा सकता। बिलिंग्स इससे पहले 2019 वर्ल्ड कप में भी कंधा डिसलोकेट कर बैठे थे और टूर्नामेंट मिस कर दिया था।
वनडे सीरीज में सभी खिलाड़ियों को दिया जाएगा मौका
मोर्गन ने कहा कि वे वनडे सीरीज में स्क्वॉड में मौजूद ज्यादातर खिलाड़ियों को मौका देंगे। इसके मतलब यह है कि अगले कुछ मैचों में मैट पार्किंसन, रीस टोपले और लियाम लिविंगस्टोन भी खेलते हुए दिख सकते हैं। मोर्गन ने कहा कि वनडे हमारे स्क्वॉड को मजबूत करने का एक जरिया रहा है। हम आने वाले समय में अपने बेस्ट-11 को फील्ड पर उतारना चाहते हैं।