देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक अलर्ट है। सभी राज्य सरकारें होली त्यौहार को लेकर दिशा-निर्देश जारी की हैं। कोरोना महामारी के कारण एक बार फिर लोगों को घरों के भीतर होली मनानी पड़ेगी। कई राज्यों ने अपने यहां सार्वजनिक स्थानों पर होली खेलने पर रोक लगा दी है। लेकिन इस गंभीर बीमारी के मामले में भी राजनीति करने वाले बाज नहीं आते हैं। जिन प्रदेशों में सार्वजनिक होली पर रोक लगाई गयी है उनमें कई भाजपा शासित प्रदेश भी शामिल हैं लेकिन झारखंड जहां भाजपा विपक्ष में है, उसे रामनवमी जुलूस पर रोक संस्कृति में हमला प्रतीत होता है। झारखड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने जल्दबाजी में बिना सोचे-समझे फैसले करती है हेमंत सरकार कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य में रामनवमी और सरहुल जुलूस पर लगाए गए प्रतिबंध को राज्य सरकार का तुग्लकी फरमान बता दिया है। दीपक प्रकाश को लगता है कि हेमंत सरकार ने जनभावनाओं को आहत करने वाला फैसला लिया हैै। उन्होंने इसे धार्मिक परंपरा और संस्कृति पर हमला बताया है।
दीपक प्रकाश ने कहा है कि भाजपा भी चाहती है कि कोरोना संक्रमण से जनता को बचाया जाए। लेकिन किसी समाज की धार्मिक, सांस्कृतिक भावनाएं भी आहत नही हो इसका भी ध्यान रखना राज्य सरकार की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि सरकार तुगलकी फरमान से नहीं बल्कि जनभावनाओं के सम्मान से चलने चाहिए। उन्होंने पूछा है कि क्या इस दौरान हो रहे उपचुनाव में ष्टरू कोई राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पहले भी राज्य सरकार को अपने तुगलकी फरमान से मुकरने की नौबत आ चुकी है क्योंकि यह सरकार जल्दबाजी में बिना सोचे विचारे निर्णय लेने में अभ्यस्त है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिग और कोविड के नियमों का पालन कराते हुए भी धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं, इसलिए सरकार को इस दिशा में सोचने की जरूरत है। जिससे परंपरा और सांस्कृतिक भावनाएं भी आहत नहीं हो।
दीपक प्रकाश के वयान के अनुसार यदि झारखंड में रामनवमी के जुलूस पर रोक संस्कृति विरोधी है तो फिर योगी सरकार या दूसरी भाजपा शासित प्रदेशों के होली को लेकर जारी गाइड लाइन भी क्या संस्कृति विरोधी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल कोरोना को देखते हुए होली न खेलने का फैसला किया था, उस समय कोरोना को लेकर ऐसा खौफ भी नहीं था। उनके इस फैसले का बाद भाजपा के लोगों ने होली न खेलने का फैसला किया था।
योगी सरकार ने भी जारी की गाइडलाइंस
उत्तर प्रदेश सरकार ने बुजुर्गों और गंभीर बीमारी वाले लोगों को होली मनाने से बचने को कहा है। राज्य में बिना प्रशासन की अनुमति के किसी जुलूस या समारोह की इजाजत नहीं होगी। इसके साथ जिस राज्य में कोरोना के मामले अधिक है वहां से आने वालों की कोविड टेस्टिंग होगी। प्रदेश में 24 से 31 मार्च के बीच आठवीं तक स्?कूलों में होली की छुट्टी रहेगी।
मप्र में भी घरों के भीतर मनेगी होली
मध्?य प्रदेश के मुख्?यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से घरों के भीतर होली मनाने की अपील की है। होली के मौके पर कोई मेला नहीं होगा। किसी भी आयोजन में 20 से ज्?यादा लोग नहीं जुट सकेंगे। मास्?क को लेकर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। राज्?य के स्?कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद हैं।
पाबंदियों के बीच मनेगी बिहार में होली
बिहार सरकार ने होली मिलन समारोहों पर रोक लगा दी है। दूसरे राज्?यों से आने वालों की एयरपोर्ट्स और रेलवे स्?टेशंस पर जांच की जाएगी। पाबंदियों के बीच होली मनेगी।
चंडीगढ़ में भी सरेआम नहीं मना सकेंगे होली
चंडीगढ़ प्रशासन ने होली से जुड़े सभी समारोहों पर रोक का आदेश जारी किया है। यानी होली मिलन समारोह नहीं हो पाएंगे।
मुंबई में भी होली के आयोजन पर लगी रोक
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सभी प्राइवेट (घरेलू सोसायटीज के भीतर) और सावर्जनिक स्थानों पर होली के आयोजन पर रोक लगा दी है। होलिका दहन और रंग पंचमी आपको घर के भीतर ही खेलनी पड़ेगी। पालघर जिला प्रशासन ने भी ऐसे ही प्रतिबंध लागू किए हैं।
ओडिशा सरकार ने भी होली को लेकर जारी किया गाइडलाइंस
ओडिशा सरकार ने भी इस साल होली से जुड़े समारोहों पर रोक लगा दी है। सार्वजनिक स्थानों पर होली नहीं खेल सकेंगे। घरों में होली खेलने पर कोई रोक नहीं है। राज्य में किसी प्रकार के धार्मिक और सांस्?कृतिक समारोहों की अनुमति नहीं होगी।