चांडिल : दलमा वन्य जीव अभ्यारण्य और NH 33 से सटे शहरबेड़ा गांव में सोमवार की रात एक हाथी ने कोहराम मचाया। विश्वजीत महतो का मकान तोड़ा, दीवार में दबकर चार मुर्गी मर गयीं, धान खा गया उसके बाद दुबराज महतो के घर पर हमला बोला। हाथी ने दुबराज महतो का दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। दुबराज महतो ने बताया कि हाथी दरवाजा को बाहर तरफ खींच रहा था और जान बचाने के लिए वे सपरिवार अंदर की ओर खींच रहे थे। इस दौरान दुबराज और उनके परिवार के सदस्यों ने जान बचाने के लिए हल्ला मचाया। हल्ला सुनकर काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और हाथी को भगाया। दुबराज ने बताया कि अगर हाथी उसका दरवाजा तोड़ देता तो शायद घर के सभी लोगों का बचना मुश्किल था।
सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत चांडिल अनुमंडल के निवासियों के सामने सदियों से रोजगार सड़क, पेयजल, उच्च शिक्षा, चिकित्सा आदि मौलिक सुविधाओं का घोर अभाव है। दशकों और एक बड़ी समस्या जुड़ गया है हाथियों का दहशत। वन विभाग के अकर्मण्यता के कारणआयेदिन चांडिल, नीमडीह, ईचागढ़ व कुकड़ू प्रखंड में हाथियों द्वारा जान माल का नुकसान पहुंचाया जा रहा है और यहां के निवासी संबंधित विभाग से सुरक्षा की गुहार लगाते थक चुके हैं। शाम होते ही लोगों के मन में हाथी का आतंक सताने लगता है।
वन विभाग के अकर्मण्यता व जंगल में आग के कारण गांवो में हाथियों का आतंक : शेखर गांगुली
आजसू छात्रसंघ के कोल्हान महामंत्री शेखर गांगुली ने बताया कि गांव में हाथियों की घुसने का प्रमुख कारण वन विभाग की अकर्मण्यता और जंगल में आग है। आग के डर से हाथी व अन्य वन्य जीवों के प्राणों पर भी संकट गहराने लगा है। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में निरंतर हाथियों द्वारा आतंक मचाया जा रहा है लेकिन वन विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारियों द्वारा इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले रामगढ़ गांव में NH 33 निर्माण में कार्यरत KKB के गार्ड सुना सोरेन को पटक कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया । उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में वन विभाग हाथियों के आतंक रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाता है तो आजसू छात्रसंघ वन विभाग के खिलाफ जोरदार आंदोलन शुरू करेगा
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