भोजपुरी काव्य संकलन “हमहूं बानी” और महिला पत्रिका ‘अंगना’ पत्रिका का लोकार्पण श्रीकृष्ण संस्थान में हुआ । नगर की साहित्यकार डॉ संध्या सिन्हा सूफ़ी के सम्पादन में प्रकाशित “हमहूँ बानी” भोजपुरी कवयित्रियों का साझा संकलन है जिसमे देशभर की 15 कवयित्रियों की लेखनी जगमगा रही है। इस संकलन की कविताओं का मुख्य स्वर स्त्री विमर्श है। कोरोना की पीड़ा से जूझती अनेक कविताएं इस संकलन को समसामयिक बना रहीं हैं। संकलन की कवयित्रियाँ हैं- ममता सिंह , ज्योत्सना अस्थाना , छाया प्रसाद , किरण सिन्हा , पद्मा मिश्रा , डॉ संध्या सिन्हा सूफी , वीणा पाण्डेय भारती , डॉ रजनी रंजन , माधवी उपाध्याय , निवेदिता श्रीवास्तव , ममता सिंह , आरती श्रीवास्तव , सोनी सुगंधा ।
लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता डॉ हरिबल्लभ सिंह आरसी ने समस्त कवयित्रियों को बधाई देते हुए इस अनुष्ठान की भूरी भूरी प्रशंसा की। साथ ही भविष्य की ऐसी योजनाओं में सहयोग का वादा भी किया। मुख्य वक्ता भोजपुरी साहित्य के अग्रगण्य साहित्यकार गंगा प्रसाद अरुण ने कहा कि भोजपुरी साहित्य में स्त्रियों की लेखनी से उनकी संवेदना इस प्रकार सामूहिक रूप से प्रथम बार आ रही है, जो इस स्वर को प्रमाणिक बना रही है। इस प्रयास से लेखिकाओं की कमी भर गई। इस अवसर पर सभी उपस्थित कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया तथा जो उपस्थित नही हो सकीं उनकी रिकॉर्डिंग प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर नगर के सभी साहित्यिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रधान और प्रतिनिधियों ने संपादक को बधाई दिया।
संपादक डॉ संध्या सूफ़ी ने स्वागत भाषण दिया तथा सह संपादक वीणा पाण्डेय भारती ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन वरुण प्रभात ने किया।