Chief सेक्रेटरी की रिपोर्ट में दावा, ममता को कार के दरवाजे से चोट लगीरिपोर्ट में हमले का जिक्र नहीं

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के मामले में राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने निर्वाचन आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ममता के पैर में चोट उनकी कार के दरवाजे से लगी थी। हालांकि, उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया है कि ममता को कार के दरवाजे के कारण कैसे चोट लगी।

रिपोर्ट में हमले का जिक्र नहीं
राज्य के सीईओ ऑफिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना वाली जगह पर काफी भीड़ थी। रिपोर्ट में लिखा है कि मौके की क्लियर फुटेज नहीं हैं। घटना के बाद ममता ने आरोप लगाया था कि 4-5 लोगों ने उन्हें धक्का दिया था। जिला प्रशासन के एक सीनियर अफसर ने बताया कि उस इलाके में सिर्फ एक दुकान पर CCTV कैमरा लगा था। वह भी काम नहीं कर रहा था। यहां तक कि मौके पर मौजूद लोग भी कुछ खास जानकारी नहीं दे पाए। इससे किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है।

चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव और दो ऑब्जर्वर को शनिवार शाम तक विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। उधर, तृणमूल कांग्रेस के नेता रिपोर्ट के गलत होने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ लोगों ने ममता को घायल करने के इरादे से उन पर हमला किया था। ममता बुधवार को नंदीग्राम में कथित हमले में घायल हो गई थीं।

7 दिन बाद ममता का फिर चेकअप होगा
ममता को शुक्रवार शाम कोलकाता के SSKM अस्पताल से छुट्‌टी मिल मिली थी। वे व्हीलचेयर पर बाहर निकलीं। डॉक्टरों के मुताबिक, ममता की हालत में सुधार है। अस्पताल के डॉक्टर उन्हें 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखना चाहते थे, लेकिन ममता के कहने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। डाक्टरों ने उन्हें कुछ जरूरी सलाह दी गई हैं और 7 दिन बाद दोबारा चैकअप कराने को कहा है।

अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उनके भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी उन्हें कार से घर ले गए। ममता ने कहा है कि हमले और चोट लगने के बाद भी वे रुकेंगी नहीं, बल्कि व्हील चेयर से ही चुनाव प्रचार करेंगी।

चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिले थे TMC नेता
TMC नेता सौगत रॉय ने पार्टी नेताओं के साथ चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि हमनें हमले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। जब घटना हुई, वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। सौगत ने आरोप लगाया कि ममता पर हमला उन्हें जान से मारने के लिए करवाया गया था। हमले के पीछे किसी की गहरी साजिश छिपी हुई है।

रॉय ने कहा, ‘अब जांच की जिम्मेदारी आयोग पर है। हमने आयोग से किसी तरह की विशेष जांच करने की मांग नहीं की है, लेकिन हम चाहते हैं कि जांच भेदभाव के बिना की जाए। ममता बुधवार को नंदीग्राम में कथित हमले में घायल हो गई थीं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन बाद वे अस्पताल से व्हीलचेयर पर बैठकर बाहर निकलीं। दीदी ने अपने समर्थकों का हाथ जोड़कर अभिवादन भी किया।

Share this News...