रांची 12,मार्च
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अनुसूचित जनजाति छात्रों के लिए जो विदेश में (मास्टर एवं एमफिल) की शिक्षा लेकर पढ़ाई करना चाहते हैं उन छात्रों के लिए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत दस (10) अनुसूचित जनजाति के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति देने की योजना का झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष विजय शंकर नायक ने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है ।
श्री नायक ने कहा कि इस कदम से झारखंड के अनुसूचित जनजाति के छात्र- छात्राओं को जो पैसा के अभाव में विदेशों में जाकर नहीं शिक्षा ले पाते थे अब वैसे अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं युवाओं को विदेश में जाकर उच्च शिक्षा लेने का शुभ अवसर प्राप्त होगा और वह अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री से यह भी अनुरोध किया कि वित्तीय वर्ष 22-23 में कम से कम 30 अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं युवाओं को मरांग जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत जोड़ने का कार्य कर संख्या में वृद्धि करें जिससे कि ज्यादा से ज्यादा इसका लाभ मिल सके।
श्री नायक ने राज्य के मुख्यमंत्री से यह भी मांग की कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत वे अनुसूचित जाति/ पिछड़ा/ अल्पसंख्यक तथा उच्च जाति के गरीब गुरबा मूलवासी सदान मेघावी छात्र छात्राओं को भी इस छात्रवृत्ति योजना में वित्तीय वर्ष 22- 23 में जोड़ें ताकि इस छात्रवृत्ति योजना से सभी झारखंडी समाज के छात्र छात्राओं को लाभ मिले और उनका विदेशों में शिक्षा ग्रहण करने का वर्षों पुराना सपना पूरा हो सके।