रांची
काफी हीलाहवाली और बेइज्जती के बाद आखिरकार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गार्डों ने रांची के रिम्स हॉस्पिटल को तकिया और गद्दा लौटा दिया है। रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने भी इस बारे में अल्टीमेटम दिया था। इससे रांची पुलिस की छवि धूमिल होने से बच गई।
इससे पहले रिम्स अस्पताल की ओर से रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को चिट्ठी लिखकर लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात जवानों से तकिया-गद्दा दिलवाने की गुहार लगाई थी। रिम्स के पत्र में लिखा गया था कि लालू प्रसाद यादव के रिम्स निदेशक के बंगले से वापस पेइंग वार्ड में शिफ्ट किए जाने पर वहां तैनात रांची पुलिस के जवान अपने साथ गद्दा, बेडशीट और तकिया अपने साथ लेकर चलते बने।
इसके एवज में रिम्स को टेंट हाउस को किराया चुकाना पड़ रहा था। चिट्ठी मिलने के बाद रांची के एसएसपी ने ऐसे पुलिस जवानों को 24 घंटे का समय देते हुए रिम्स का सारा सामान लौटाने की कड़ी हिदायत दी। सभी पुलिस वालों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया था।
इसके बाद लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात रांची पुलिस के जवानों ने रिम्स का गद्दा-तकिया वापस कर दिया। इनमें रांची जिला पुलिस के हवलदार और पुलिस जवान शामिल थे। रिम्स के केली बंगला में रहने के दौरान लालू की सुरक्षा के लिए इनकी ड्यूटी लगाई गई थी। तब उनके लिए रिम्स ने बरियातू के सिंह टेंट हाउस से गद्दा-तकिया उपलब्ध कराया था।
लालू को वापस पेइंग वार्ड में शिफ्ट करने के बाद ये पुलिस वाले टेंट हाउस का सामान अपने साथ लेकर चलते बने। रिम्स की ओर से लिखी गई चिट्ठी के बाद रांची के एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे खेदजनक और पुलिस की छवि धूमिल करने वाला कृत्य बताया। वरीय आरक्षी अधीक्षक ने इस मामले में अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा करने की कड़ी चेतावनी भी लालू की सुरक्षा में तैनात सभी 10 जवानों को दी थी।
मालूम हो कि चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को कोरोना वायरस इंफेक्शन से बचाने के लिए रिम्स के केली बंगला में शिफ्ट किया गया था। केली बंगला खाली होने के बाद लालू की सुरक्षा में तैनात जवानों को भी वहां से हटा दिया गया। लेकिन जाते-जाते पुलिस के 10 जवान रिम्स का गद्दा-तकिया अपने साथ लेकर चलते बने।
इस बीच रिम्स प्रबंधन ने पुलिस के इन जवानों से कई बार गद्दा-तकिया लौटाने की मांग की। लेकिन लालू की सुरक्षा में तैनात जवानों ने नहीं लौटाया। इसके बाद रिम्स प्रबंधन ने बकायदा इस मामले को लेकर रांची पुलिस के वरीय आरक्षी अधीक्षक को पत्र लिखा और पुलिस जवानों से गद्दा-तकिया लौटाने का आग्रह किया। इन 10 पुलिसकर्मियों में 2 हवलदार और 8 जवान शामिल रहे। एसएसपी ने इन जवानों को 24 घंटे में गद्दा-तकिया वापस करने का आदेश दिया था।